Page 10 - Vishwa April 2020 Issue.html
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्लडप्रेशर, डायबीटीज, COPD, कैं सर आदि से ग्सत हैं, उनक दलए
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यह रोग घातक हो सकता है। WHO के अनुसार माइलड (Mild)
के स में 2 सप्ताह में वयदक्त सिसि हो जाता है। सीदियर (Severe) रोग
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से ग्दसत वयदक्त को 3-6 सप्ताह लग जात है।
हष्च की बात है दक COVID-19 िायरस के क्रोमोिोम के पूरी
शंखला की पहिान हो िुकी है। इससे िैज्ादनकों को इस बीमारी का
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इलाज ढूँढ़ने और िैकसीन बनान में काफी मिि दमलेगी।
Nasal swab की PCR जाँि से इस िायरस का पता िल जाता
मे िि्च। है।
अगर आपको ये लक्ण हैं और- अभी तक इस रोग की कोई दनदचित ििा नहीं है। इस पर ररसि्च
-आप COVID-19 से ग्दसत वयदक्त के काफी नजिीक यादन 6 बहुत िेशों में िल रहा है, पर हम सब दमलजुल कर इस िायरस की जंग
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फीट के पास रहे हैं। से जूझ सकत हैं और इसे फलन से रोक सकत हैं। हमें दनमनदलदखत
-आपन बाहर भ्रमण दकया हो, जहा बहुत सार लोगों को ये बीमारी बातों का धयान रखना होगा।
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1. स्बुन और प्नरी से ब्र-ब्र अपन ि्थ धोन्- अगर आप हकसरी
हुई है। स्िराज्हनक सथ्न ि गए िों, य् हकसरी वयहति य् सति को छ ु आ तो य े
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-आप सामादजक समारोह में गए हों, जहा कोई समारोह के बाि और िितिपूणरा िो ज्त् िरै।
बहुत सार लोग बीमार हो गए हों तो आपको भी exposure हो 2. चिर् छ ू न स बच- अपनरी उंगहलयों से आँख, न्क और िुिं को
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सकता है। छ ू न स बच्एं।
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असपताल या डाकटर के पास जान से पहल उनसे कॉल कर के बात 3. हकसरी को यहद ख्ंसरी, सददी य् बुख़्र िरै तो उनस दूर रि। ें
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कर लें, तादक आपको िेखन के साि, िूसरों को यह बीमारी न फल, 4. भरीड स दूर रि। ें रा ें
5. स्ि्हजक क्यक्रि सथहगत कर द
इसका भी इंतजाम हो सके । 6. दूसरे वयहति स लगभग 2 िरीटर की दूररी रखें।
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लगभग 80% वयदक्तयों में यह बीमारी माइलड (Mild) होती है, 7. आपकी सरक्र इस रोग स बचन क हलय जो सल्ि दे, उसक्
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14% में सीदियर (Severe) और 5% में दक्रदटकल (Critical) यादन प्लन कर। ें
आप सब ज्नते िैं हक पूर् संस्र COVID-19 को धरतरी से भग्ने िे
नाजुक पाई गई है। 2.3% वयादक्त अपनी दजनिगी से हाि िो बैठेते हैं। एक स्थ हिल कर क्ि कर रि् िरै और जब िि सब हिल कर िरैज््हनकों
साठ से अदिक उम्र के वयदक्त, जो और बीमाररयाँ जैसे हाई के बत्य र्सते पर चलग तभरी यि संभंि िो प्यग्।
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हलचल 1
महाकशि िॉ. कुँिर चनद्र प्रकाि शसंह
ग्ंथािली का शिमोचन
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दिगत शता्िी के पूिाद्ध्च में सदक्रय रहे दहंिी के दिनम्र, बहुदिि सज्चक डॉ. साहब जहा िेश
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के कई दिश् दिद्ालयों में दहंिी के दिभागाधयक् रहे िहीं उनहोंने अनकानक शोिादि्चयों यों
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का माग्चिश्चन भी दकया। जहा िे सनेदहल और प्रेरक दशक्क रहे िहीँ सदहतय की दिदिि ि
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दििाओं में दनरंतर सृजनरत भी रहे।
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उनहोंने अमरीका में अपने सुपुत्र डॉ रदि प्रकाश दसंह के यहा प्रिास काल में अंतरा्चष्ट्रीय य
दहंिी सदमदत की सिापना की प्रेरणा भी िी जो आज अमरीका की सबसे पुरानी दहंिी सेिी ी
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संसिा है। दिगत 2 निमबर 2019 को लखनऊ दिश्दिद्ालय के सभागार में शतादिक
दिद्ानों, रिनाकारों और दिदशष्ट जनों के सादननधय में उनकी ग्ंिािली के प्रिम भाग का का
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लोकाप्चण दकया गया दजसमें उनक तीन महाकावय शादमल हैं।
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इस आयोजन में उनक सादहतय और जीिन से जुड़ प्रसंगों और दिदिि पक्ों की की
दिद्ानों द्ारा दिसतृत ििा्च-पररििा्च की गई| यह अिसर अंतरा्चष्ट्रीय दहंिी सदमदत और (1910-1997)
उसकी त्रैमादसक मुख-पदत्रका ‘दिश्ा’ के दलए भी दिदशष्ट है।
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इस आयोजन में लोकादप्चत उनकी रिनािली में शादमल उनक तीन महाकावयों की हम दिश्ा में यिासमय ििा-समीक्ा भी करगे। –सं.
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8 विशिवा / Áअप्रैल 2020