Page 12 - Vishwa January 2024
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“औरजकसजलए?मनैंेउसेकोईखलेखलेनेकेजलएथोडेहीवहाँ से जनकाला?”
“पर तमु इसके बदले कोई कील, बंदक़ू की गोली या ... सीसे का टुकडाभीतोलेसकतेथे...”
“सीसे का टुकडा सडक पर जगरा हुआ थोडे ही जमलता ह,ै उसे ख़रीदना पडता ह।ै कील का कोई फायदा नहीं। पेंच से बजढ़या कोई और चीज़ नहीं होती ... पेंच भारी होता है और इसमें छेद होता ह।ै ”
“यहआदमीलगातारबेवक़ूफबननेकाअजभनयकररहाह!ैिैसे यहकलहीपैदाहुआहोयासीधेस्वगशिसेयहाँआजगराहो!मखू शि आदमी,कयातमुहेंयहपतानहींजकइनपेंचोंकोखोलनेसेकयाहोता ह?ैयजदचौकीदारनेयहनहींदखेाहोतातोवहाँसेगिुरनेवालीकोई भीरेलगाडीपटरीसेउतरसकतीथी।बहुतसारेलोगइसदघुटशिनामेंमारे िाते। तमु हारी विह से लोगों की िान चली िाती।”
“िबतमुहारीझोंपडीकीतला्ीलीगईतोवहाँसेपटररयोंऔर स्लीपरों के िोड से खोली गई एक और पेंच बरामद की गई...।
यहपेंचतमुनेरेलकीपटरीऔरस्लीपरकेिोडसेजकसिगहसे खोलीऔरयहकामतमुनेकबजकया?”
“कया आप उस पेंच की बात कर रहे हैं िो लाल बकसे के नीचे पडी हुई थी?”
“मझु ेनहींपता,यहपेंचकहाँपडीहुईथीपरयहतमुहारीझोंपडीसे बरामदहुई।यहपेंचतमुनेपटरीऔरस्लीपरकेिोडसेकबखोली?”
“मनैं े यह पेंच नहीं जनकाला था। एक आखँ वाले सेमयोन के बेटे इ्नाश्कानेमझु ेयहपेंचजदयाथा।मैंउसपेंचकीबातकररहाहूँिो बकसेकेनीचेपडाहुआथा।लेजकनबरामदेमेंहथौडेकेपासपडेपेंच कोतोजम‍तोफैनऔरमनैंेजमलकरपटररयोंसेखोलाथा।”
“कौन जम‍तोफै न?” “हेईश्वर!यहआपकयाकहरहेह,ैंश्ीमानिी?मैंउनलोगोंको “जम‍तोफैनप‍तेोव...आपनेउसकेबारेमेंनहींसनुा?वहहमारेगाँव
कयोंमारूँगा?कयामैंजवधमशीया्तैानहू?ँईश्वरका्कुहैजकमनैंेमेंिालबनाताह,ैऔरलोगोंकोबेचताह।ैउसेऐसेबहुतसारेपेंचों अपना सारा िीवन जबना ऐसी कोई बात सोचे हुए गज़ु ार जदया ... स्वगशि की ज़रूरत होती ह।ै मझु े लगता ह,ै हर िाल के जलए उसे दस पेंचों की कीमजलकामझु परदयाकरें...यहआपकयाकहरहेह?ैं” ज़रूरतहोतीहीहोगी।”
“औरतमुहेंकयालगताह,ैरेलगाजडयाँकैसेदघुटशिना-ग्रस्तहोतीह?ैं “सनुो,दिंसजंहताकेअनचुछेद1081केअनसुारस्वचेछासेऔर तमुिोडोंसेदो-तीनपेंचजनकाललोऔरदघुटशिनाहोिातीह।ै” िानबझूकररेलकीपटररयोंऔरलोगोंकेिीवनकोनक़ुसानपहुचँाने िेजनस अपनी खीसें जनपोरता है और अपनी नज़रें छोटी करके वाले जकसी भी कृ तय को करने वाले वयजकत को क‍ठोर कारावास की नयायाधी्कीओरऐसेदखेताहैिैसेउसेउनकीबातपरयक़ीननहींसज़ादीिाएगी।ऐसेवयजकतकोपताहोताहैजकऐसाकरनेसेरेलगाडी
हो। दघुटशिनाग्रस्तहोसकतीहै...तमुसमझरहेहोन,‘पताहोताह’ै!”
“हे ईश्वर! गाँव में हम सब तो बरसों से पटररयों के िोडों से पेंच “िी, श्ीमान िी, आप बेहतर समझते हैं ... हम तो अज्ञानी हैं ...
जनकालतेरहेह।ैंईश्वरदयालुरहाह।ैआपदघुटशिनाओंऔरलोगोंकोहमेंभलाकयासमझह?ै”
मारनेकीबातकरतेह।ैं अगरमैंपटरीकाएकजहस्साउखाडकरलेिाता “तमु इसकेबारेमेंसबकुछसमझतेहो!तमु झ‍ठू बोलरहेहो, यापटरीपरजकसीपडे कामोटातनारखदतेा,तब्ायदरेल-गाडी बे्मशिआदमी!” दघुटशिना-ग्रस्तहोिाती।लेजकन,उफ्...केवलएकपेंचसे!” “मैंझ‍ठूकयोंबोलँगूा?अगरआपकोमरेीबातपरभरोसानहींहैतो
“लेजकन तमु हें समझना चाजहए जक पेंच ही स्लीपरों को रेल-लाइनों सेिोडेरखताह!ै”
“हम यह समझते हैं ... हम सभी पेंचों को नहीं जनकालते हैं ... हम कुछपेंचोंकोवहींलगाहुआछोडदतेेहैं...हमजबनासोच-ेसमझेयह काम नहीं करते हैं ... हम समझते हैं ...! “िेजनस िमहाई लेता है और हाथ सेअपनेमहँु केसामनेहवामेंसलीबकाजचह्नबनाताह।ै
“जपछले साल रेलगाडी यहीं पर पटररयों से उतर गई थी,” नयायाधी् ने कहा। “अब मैं समझ सकता हूँ जक ऐसा कयों हुआ था।”
“यह आप कया कह रहे ह,ैं श्ीमान िी?”
“मैं तमु हें यह बता रहा हूँ जक अब मैं िानता हूँ जक वहाँ रेल-गाडी के िबबेपटररयोंसेकैसेउतरे...अबमैंसमझसकताहू!ँ”
आप गाँव में जकसी से भी पछू लीजिए। गाँव में तक़रीबन सभी के पास पेंच होती ह।ै कोई भी मछली जबना पेंच के भार के चारा नहीं खाती।”
“अब तमु मझु े ज्जलस्पर मछली के बारे में बताओग।े ”नयायाधी् ने मस्ु कु राते हुए कहा।
“हमारे इलाक़े में ज्जलस्पर मछजलयाँ नहीं पाई िाती हैं ...
िब हम चारे में जततली पकड कर लगाते हैं और जबना भार के उसे पानी की सतह पर िालते हैं तो उससे हम के वल पाँच कोने वाले तारे के आकार का िीव ही पकड सकते ह।ैं वह भी कभी-कभी ही।”
“चपु रहो!”
अदालतमेंचपुपीछािातीह।ै िेजनसकभीएकपैरपरअपनीदहे काभारिालताह,ैकभीदसूरेपैरपर।वहहरेकपडेवालीमिेकीओर दखेताहैऔरबहुततेज़ीसेअपनीपलकेंझपकाताह।ैऐसालगताहै जकउसनेहरेकपडेकोनहीं,चमकतेहुएसरूिकोहीदखे जलयाहो। नयायाधी्तेज़ीसेकाग़ज़परकुछजलखताह।ै
“आपपढ़े-जलखेलोगइसीजलएतोहैंजकआपसबकुछसमझ
सकें,श्ीमानिी!ईश्वरिानताहैजकसमझजकसेदनेीचाजहए...अब
यहाँआपनेकैसेऔरकयाकेबारेदलीलदेदीह,ैलेजकनयहचौकीदार,
याहमारेिैसेजकसानोंकोजबलकुलसमझनहींह।ैहमलोगजबनाकुछ
समझेदसूरोंकोकॉलरसेपकडकरक़ैदकरलेतेह।ैंआपकोपहले
अपनेपक्षमेंदलीलदनेीचाजहए,मझुेकारणबतानाचाजहए।इसकेबाद
मझु ेपकडनाचाजहए।हमारेयहाँएककहावतहैजकएकजकसानकेपास जकसानजितनीहीअक़लहोतीहै...जलजखएश्ीमानिी,इसचौकीदारनयायाधी्कोदखेताह।ै
नेमझु ेदोबारिबडेऔरछातीपरमारा।” “िेलसेआपकाकयामतलबह?ै श्ीमानिी,मरेेपासख़ालीबै‍ठने
एकलमबीचपुपीकेबादिेजनसपछूताह,ै“कयाअबमैंिासकता
हू?ँ”
“नहीं।मैंतमुहेंिेलभिेरहाहू।ँ”
िेजनस अपनी पलकें झपकाना बंद करके सवाजलया जनगाहों से
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विशिवा / जनिरी 2024


























































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