Page 39 - Vishwa January 2022
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नववष्तकेउ्लक्यमें:मज़ेमज़ेमें
  यपात्पा कपा रूट चपाट्ड : सपाविपान! ्टररयपाँ मबछपाई िपा रही हैं
संपत सरल
(सरलता से सूककतयों में गूढ़ बात कह सकने की षिमता वाला रचनाकार वजसे पढ़ना और सरुनना एक प्रकार से वहंदी की शबद शककत से साषिातकार करना है। वजसकी रचना में बल होता है उसका पररचय उसकी रचना ही होती है।
इसमें ्ुपे जीवन की मौवलकता और सार्थकता के सूत्र शायद पाठकों को नए वष्थ में अपनी वदशा तलाशने में मदद कर सकें। -सं. )
पटररयाँ धबछाने का एकमात्र उद्श्े य हो्ा ह,ै यात्रा का रास्ा और ग्ं वय ्य कर धदया जाना।
पटररयों पर चिा धदए जाने पर वहीं जाया जा सक्ा ह,ै जहाँ ले जाने के धलए पटररयाँ धबछाई जा्ी ह।ैं
एक बार पटररयों पर चि जाने के बाद धनिा्तरर् रास्े और ग्ं वय से बचने का कोई उपाय नहीं बच्ा। पटररयों वाला माग्त कभी तयागा भी नहीं जा सक्ा, कयोंधक पटररयाँ धबछाने वाला पटरी-सवार को लोहेकेचककेलगाद्ेाह,ैजोधबनापटररयोंकेचलना्ोदरू,धहल ही नहीं सक्े। यधद पटररयों पर चलने वाले का रेधगस्ान भ्रमण का मन ह,ै लेधकन वहाँ जाने के धलए पटररयाँ नहीं ह,ै ्ो कभी नहीं जा सक्ा।
हाँ, पटररयों पर चलने वाला बीच रास्े ठहरना चाह,े ्ो ठहर सक्ा ह,ै लेधकन पटररयों ही पर। वह भी ्भी ्क जब ्क आगे- पीछेवालेचाह।ें आगेबिनाहोयापीछेलौटना,पटररयोंपरचलना ही उसकी धनयध् हो्ी ह।ै पटररयों पर चलने वाले के धलए आगे बिना और पीछे लौटना, दोनों एक सा हो्ा ह।ै
धजिर जाना ह,ै पटररयाँ उिर के धलए नहीं धबछाई जा्ीं, बधरक पटररयाँ धजिर ले जाने के धलए धबछाई जा्ी ह,ैं उिर ही जाना पड़्ा
ह।ै पटररयोंपरचलनेवालासरतुंगसेगजतुरकरभीपहाड़नहींघमू सक्ा।उसकेधलएपलतु पारकर्ेहुएनदीकासपश्तअसभंवह।ै उसे उनहीं दृश्यों से स्ं ष्तु ट रहना पड़्ा ह,ै जो पटररयों के साथि-साथि दायें-बायें हो्े ह,ैं बधरक दायाँ धहससा बायें दृश्य नहीं दखे सक्ा और बायाँ धहससा दायें। पटररयों पर चलने वाले के धलए िर्ी उ्नी ही बड़ी हो्ी ह,ै धज्नी पर पटररयाँ धबछी हो्ी ह।ैं वह समद्रतु ्भी दखे सक्ा है जब वहाँ ्क पटररयाँ जा्ी हों।
कतु ल धमलाकर पटररयों पर चलने का म्लब ह,ै हदबनदी।
पटररयोंपरचलनेवालेएक-दसूरेसेजड़तुे्ोहो्ेह,ैंपरपरसपर जड़तुावनहींहो्ा।आगेवालासोच्ाह,ैपीछेवालेकोमैंखींच रहा हू,ँ ्ो पीछे वाला सोच्ा ह,ै आगे वाला मरे े िकके से बि रहा ह।ै ड्ाइवर मान्ा है धक सब मझतु पर धनभर्त ह,ैं ्ो गाड्त समझ्ा है धक ड्ाइवर सधह् सब मरे े आज्ापालक ह,ैं जबधक ड्ाइवर और गाड्त खदतु पटररयोंसेइ्रनहींचलसक्ेह।ैं
ह।ैंधसगनलनहींधमलनेपरजगंलमेंभीखड़ारहनापड़्ाहैऔर धसगनल दे धदए जाने पर सटेशन पर भी खड़े नहीं रह सक्े।
एक बार पटररयों पर चिा धदए जाने के बाद उ्रने की रत्ीभर गजंतुाइशनहींबच्ी।टायरबालभरभीफैलाओ-धसकोड़ो,्रतुं् ठोक-पीट कर पटररयों के अनकतु ू ल कर धदए जा्े ह।ैं
पटररयों पर चलने वालों को दखे कर जो गव्त से कह्े हैं धक वाह! कयाअनशतुासनह।ैवेपटररयोंपरचलें,्ोप्ालगेधक्थिाकधथि् अनशतु ासन धक्ना भयावह बंिन है धक ्ाउम्र चल कर भी धसफ्त उ्ना ही आया-जाया जा सक्ा ह,ै धज्नी पटररयाँ धबछी ह।ैं
पटररयों पर सवार कर धदए जाने पर औरों को लग्ा है धक इनकी धजदंगी्ोपटरीपरआगईह,ैलेधकनभगतु्भोगीजान्ेहैंधकअब पटररयाँहीधजदंगीह।ैं
पटररयों पर चिे की गध् ड्ाइवर के हाथि हो्ी ह,ै ्ो ड्ाइवर की प्रगध्गाड्तके।गाड्तधसगनलकाआदशे माननेकोमजबरू हो्ाहै
और धसगनल वही द्े ा है धजसने पटररयाँ धबछाई ह।ैं
 घर लौटेंगे बुद
सरतु ्ानगजं की बद्धतु प्रध्मा ्ाँबे से बनी हुई ह।ै इसकी खोज 1861मेंभागलपरतुधजलेकेसरतु्ानगजंमेंईसटइधंडयनरेलवे लाइनकीखदतुाईकेदौरानधकयागयाथिा।इसप्राचीनमधू््तका धनमा्तण500से700ईसवीकाब्ायाजा्ाह।ै यहप्रध्मा2.3 मीटरलंबीऔरलगभगएकमीटरचौड़ीह।ै इसकाभारलगभग 500 धकलोग्राम के जयादा ब्ाया जा्ा ह।ै इस समय यह प्रध्मा धरिधटश सग्रं हालय में रखी गई ह।ै
 पटररयों पर चलने वाले धसगनल का आदशे मानने को बाधय हो्े
 जनवरी 2022 / ववशववा
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