Page 33 - Vishwa January 2022
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अंग्ेिरी– ए गोरडेन ट्ेजरी ऑव एसेज, गाडदेन ऑव एसेज, धद मधेकंगऑवएपोएट,धसधवलसधव्तसएसेज,मने ऑवलेटस्त,धदग्रेट एडं धदगडतु,धदलैमपलाइटस्त
अनुि्द– गी्ांजधल, टैगोर की एक सौ एक कधव्ा पुरसक्र :
1961मेंसाधहतयअकादमेीसममान 1968 में सोधवय् लैंड नेहरू सममान 1967मेंपद्भषूणसममान
1969 में भार्ीय ज्ानपीठ सममान 1981 में ग़ाधलब सममान
अहभभ्षणकेअंश
भार्ीयज्ानपीठपरतुसकारअप्तणसमारोहकेदौरानध़िराक गोरखपरतुीविाराधदएगएअधभभाषणकासधंक्षप्रूपप्रस््तु है:
जोलोगदधतुनयाकीसेवाकर्ेह,ैंदधतुनयाउनहेंहुकमदनेेवाला माधलकयारहनमतुामान्ीह।ैराजनीध्केयाजमानेकेवेबड़ेलोग जोजमानेकोबदलद्ेेह,ैंदधतुनयाउनकीइजज्कर्ेह;ैलेधकन दधतुनयाकीकहानीबदल्ीरह्ीहैऔरबदलनेकायहधसलधसला शोहर्केमदैानमेंभीजारीरह्ाह।ैइध्हासकेयोद्धाओंऔर नायकों और बड़े-बड़े आधवष्कारों को जनम दने े वाले वैज्ाधनकों, दशा्तनाचायथोंऔरबड़ी-बड़ीसभय्ाओंके रचधय्ाओंपरभीपररव््तन सव्तशधक्मान ह।ै कधवयों, साधहतयकारों और महान कलाकारों की शोहर्ेंलमबीधजदंगीप्राप्करले्ीहैंऔरअधिकवयापकहो्ी ह।ैंकाधलदासकीयादआजभी्ाजाह।ैउ्नाधज़दंाऔरउ्ना ्ाजाधवक्माधदतयकानामनहींह।ै कधवयोंऔरकलाकारोंकीयादें अक्षयवट के समान अमर और सदाबहार हैं कयोंधक इनकी रचनाएँ जीवनकीअटलऔरअमरमानय्ाओंकोवाणीद्ेीह,ैंमखतुरर् औरझकं ृ्कर्ीह।ैं
कम्त जीवन में अध् आवश्यक वस्तु ह,ै लेधकन हर आदमी कम्तसेअधिकमहत्वद्ेाहैआ्ंररकअनभतुवोंको।धवज्ानऔर आधवष्कारों की उननध् और इनका धवकास इस सतय की ओर सकं े ् कर रहे हैं धक शारीररक और मानधसक कारबारी श्म से कहीं अधिकमरूयवानह–ैंहमारेआ्ंररकअनभतुवऔरहमारीआ्ंररक
धवभधू्याँ।हमहाथि-पाँवजरूरमारेंलेधकनहमारावयधक्तवभी्ो कतुछबने।कधव्ाइसवयधक्तवकोसपंननबनानेमेंहमारीसबसे बड़ी सहाय्ा कर्ी ह।ै
बालपनसेहीमैंकतुछऐसाअनभतुवकर्ाथिाधकशारीररक याऐधनद्रकसािनोंऔरमाधयमोंसेजोकतुछमैंअनभतुवकर्ाहूँ उसकेअनसतुारहरवस्,तुहरघटना,भौध्कससंारकीहरझलकएक आन्ररक्ाऔररहसयमय्ारख्ीह।ैमझतुेभौध्कससंारमेंही भौध्कससंारकीधदवय्ाकाआभासहो्ाथिाऔरयहआभास मझतु ेधकसीबाहरी,अलग-थिलगईश्वरपरधवश्वासलानेकीजरूर्से क्मश:मकतु्कर्ाजा्ाथिा।ससंारकाकावयातमकअनभतुव,ससंार कीधदवय्ाऔरउसकीऐश्वय्तमयसत्ाकासाक्षा्ह।ै जैसेजैसेमरेी उम्रबि्ीजा्ीथिीऔरमैंहोशसभंाल्ाजा्ाथिामैंआधतमक्ा में पगी भौध्क्ा (spiritualized materialism) को अपने अनदर धवकधस्हो्ाहुआदखे्ाथिा।मझतुेऐसालगाधकमरेायहअनभतुव केवलजाध्यावयधक्ग्अनभतुवनहींह,ैबधरकधहदं-ूससंकृध्का आिारयहीअनभतुवह।ैप्रकृध्केकण-कणसेखनूकाररश््ामहससू करना,प्रतयेकवस्तुसेअपनीएक्ाकाअनभतुवकरनाऔरइस अनभतुवसेधजसशांध्औरआनंद,धजसअपनतवकोहममहससू कर्ेह,ैंवहदृधष्टभार्ीयससंकृध्केअमरऔरसनतुहरेजमानेकी सबसेबड़ीदने ह।ै अलगावयागैरीय्हमारीआतमाऔरच्े नाको दररद्रबनाद्ेीह।ैमैंयहअनभतुवकरनेलगाधककेवलधहदंूसमाज हीएकखलतुाहुआसमाजह–ैइसकाकोईअगंचाहेकृषकहो, वयापारीहो,पजंूीपध्होयासमाजवादीहो।दसूरीससंकृध्याँहमारी आतमाको,हमारीदृधष्टकोहमारीहमदधदय्तोंको,्ंगयासकंीण्त बना द्े ी हैं और मानव पररवार को धवभाधज् कर्ी ह।ैं के वल धहदं ू ससंकृध्म्-म्ान्रोंकीजकड़बंधदयोंसेछतुटकाराद्ेीह।ै धवश्व साधहतय का सबसे बड़ा और महतवपणू ्त धहससा मानवीय ह,ै जा्ीय या सामप्रदाधयक नहीं ह।ै धहदं ू होने के ना्े धवश्व का महान साधहतय पि्ेहुएहमयहअनभतुवकरहीनहींसक्ेधकलेखकअधहदंूहै– चाहे वह लेखक होमर हो, वधज्तल हो, धफरदौसी हो, शके सधपयर हो याकोईदसूराहीलोकधप्रयकधवयासाधहतयकारहो।कधव्ाका लक्षणयाउद्श्ेयहैहमेंमानवीयससंकृध्दनेा।कधव्ामानव-राष्ट् की सथिापना ह,ै धहदं ू राष्ट् की सथिापना नहीं ह।ै
कधवकीहधैसय्सेमनैं ेअपनाकामकचचीउम्रमेंनहींबधरक प्रौिावसथिा में शरूतु धकया और प्रकृध्, बाल-जीवन, नारीतव, घरेलू जीवन,सामाधजकजीवनऔरजीवनकेमम्तिीरे-िीरेमरेीकधव्ा के धवषय बन्े गए। मानव की गाथिा, सभय्ा की कहानी, इध्हास की महान क्ांध्याँ भी मरे ी कधव्ा में वाणी पाने लगीं और मखतु रर् होनेलगीं।इध्हासकीशधक्याँमरेीरचनातमकशधक्योंकोअपनी ओरखींचनेलगीं।कावयरचनावयधक्ग्दःतुख-सखतुकीसचूी्ैयार करनानहींहैबधरकमानवीयद:तुख-सखतु कीवयाखयाह।ै
XXXX (इसलेखकेधलएपसतु्क‘ज्ानपीठपरतुसकार,सपंादक-धबशन
टंडन, भार्ीय ज्ानपीठ प्रकाशन’ की सहाय्ा ली गई ह।ै )
 नेहरू जी के हाथों अकादमी सममान ग्रहण करते हुए फ़िराक
 जनवरी 2022 / ववशववा
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