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विशिवा / Áअप्रैल 2022
द्तपा के ्त् ्ुत्ी के नपाम सपातवीं कड़ी
 तरह-तरह की कौमें कयरोंकर बनीं
अनुवाद -प्रेिचंद
पं. जवाहरलाल नेहरू
अपने दपछले खत में मनैं े नए पतथर-यगु के आिदमयरों का दरक दकया था रो खासकर झीलरों के बीच में मकानरों में रहते थे। उन लोगरों ने बहुत-सी बातरोंमेंबड़ीतरककीकरलीथी।उ्हरोंनेखतेीकरनेकातरीकादनकाला। वे खाना पकाना रानते थे और यह भी रानते थे दक रानवररों को पाल कर कैसेकामदलयारासकताह।ै येबातेंकईहरारवषजापरुानीहैंऔरहमें उनकाहालबहुतकममालमू हैलेदकनशायिआरिदुनयामेंआिदमयरों की दरतनी कौमें हैं उनमें से अकसर उ्हीं नए पतथर-यगु के आिदमयरों कीस्तानह।ैं यहतोतमु रानतीहीहोदकआर-कलिदुनयामेंगोरे, काले, पीले, भरू े सभी रंगरों के आिमी ह।ैं लेदकन सचची बात तो यह है दकआिदमयरोंकीकौमरोंकोइ्हींचारदहससरोंमेंबाँटिनेाआसाननहीं ह।ैकौमरोंमेंऐसामले-रोलहोगयाहैदकउनमेंसेबहुतरोंकेबारेमेंयह बतलाना दक वह दकस कौम में से हैं बहुत मदु श्कल ह।ै वैज्ञादनक लोग आिदमयरों के दसररों को नापकर कभी-कभी उनकी कौम का पता लगा लेते ह,ैं और भी ऐसे कई तरीके हैं दरनसे इस बात का पता चल सकता ह।ै
अब सवाल यह होता है दक ये तरह-तरह की कौमें कै से पिै ा हुई?ं अगरसबबसएकहीकौमके हैंतोउनमेंआरइतनारकजा कयरोंह?ै रमनजा औरह्शीमेंदकतनारकजाह!ैएकगोराहैऔरिसूरादबलकुलकाला। रमनजा के बाल हलके रंग के और लंबे होते हैं मगर ह्शी के बाल काले, छोटेऔरघघँुरालेहोतेह।ैंचीनीकोिखेोतोवहइनिोनरोंसेअलगह।ैं तो यह बतलाना बहुत मदु श्कल है दक यह रकजा कयरोंकर पैिा हो गया, हाँ इसकेकुछकारणहमेंमालमूह।ैंमैंतमुहेंपहलेहीबतलाचकुाहूँदक जयरों-जयरोंरानवररोंकारंग-ढंगआसपासकीचीररोंकेमतुादबकहोतागया उनमें धीरे-धीरे त्िीदलयाँ पैिा होती गई।ं हो सकता है दक रमनजा और ह्शी अलग-अलग कौमरों से पिै ा हुए हरों लेदकन दकसी न दकसी रमाने में उनकेपरुखेएकहीरहेहरोंगे।उनमेंरोरकजापैिाहुआउसकीवरहयातो यह हो सकती है दक उ्हें अपना रहन-सहन अपने पास पड़ोस की चीररों केमतुादबकबनानापड़ायायहदकबाररानवररोंकीतरहकुछरादतयरों ने औररों से जयािा आसानी के साथ अपना रहन-सहन बिल दिया हो।
मैंतमुकोइसकीएकदमसालितेाहू।ँरोआिमीउत्तरकेठंडेऔर बरजीले मलु करों में रहता है उसमें सिजी बरिाश्त करने की ताकत पैिा हो राती ह।ै इस रमाने में भी इसकीमो रादतवाले उत्तर के बरजीले मिै ानरों में रहतेहैंऔरवहाँकीभयानकसिजीबरिाश्तकरतेह।ैं अगरवेहमारेरैसे गमजा मलु क में आएँ तो शायि रीते ही न रह सकें। और चदँूक वे िदुनया के और दहससरों से अलग हैं और उ्हें बड़ी कदठनाइयरों का सामना करना पड़ताह,ैउ्हेंिदुनयाकीउतनीबातेंनहींमालमू हुईंदरतनीऔरदहससरों केरहनेवालेरानतेह।ैंरोलोगअफ्ीकायादवषवुत-रेखाकेपासरहते ह,ैं रहाँ बड़ी सखत गमजी पड़ती ह,ै इस गमजी के आिी हो राते ह।ैं इसी तेज़ धपूकेसबबसेउनकारंगकालाहोराताह।ैयहतोतमुनेिखेाहीहैदक अगर तमु समद्रु के दकनारे या कहीं और िरे तक धपू में बैठो तो तमु हारा
चहेरासाँवलाहोराताह।ैअगरचिंहफतरोंतकधपूखानेसेआिमीकुछ कालापड़राताहैतोवहआिमीदकतनाकालाहोगादरसेहमशेाधपू हीमेंरहनापड़ताह।ै तोदरररोलोगसैकड़रोंवषषोंतकगमजामलु करोंमें रहें और वहाँ रहते उनकी कई पीदढ़याँ गरु र राएँ उनके काले हो राने में कयाताजरबुह।ैतमुनेदहिंसुतानीदकसानरोंकोिोपहरीकीधपूमेंखतेरोंमें काम करते िखे ा ह।ै वे गरीबी की वरह से न जयािा कपड़े पहन सकते ह,ैं नपहनतेह।ैं उनकीसारीिहे धपू मेंखलुीरहतीहैऔरइसीतरहउनकी परूीउम्रगरु ररातीह।ै दररवेकयरोंनकालेहोराए।ँ
इससे तमु हें यह मालमू हुआ दक आिमी का रंग उस आबोहवा की वरहसेबिलराताहैदरसमेंवहरहताह।ै रंगसेआिमीकीदलयाकत, भलमनसीयाखबूसरूतीपरकोईअसरनहींपड़ता।अगरगोराआिमी दकसीगमजामलुकमेंबहुतदिनरोंतकरहेऔरधपू सेबचनेकेदलएटरटियरों की आड़ में या पखं रों के नीचे न दछपा बैठा रह,े तो वह ररूर साँवला हो राएगा।तमुहेंमालमू हैदकहमलोगकश्मीरीहैंऔरसौसालपहलेहमारे परुखेकश्मीरमेंरहतेथे।कश्मीरमेंसभीआिमी,यहाँतकदकदकसान औरमरिरू भीगोरेहोतेह।ैं इसकासबबयहीहैदककश्मीरकीआबोहवा सिजाह।ैलेदकनवहीकश्मीरीरबदहिंसुतानकेिसूरेदहससरोंमेंआतेह,ैं रहाँजयािागमजीपड़तीह,ैकईपश्ुतरोंकेबािसॉवंलेहोरातेह।ैंहमारे बहुत-सेकश्मीरीभाईखबू गोरेहैंऔरबहुत-सेदबलकुलसॉवंलेभीह।ैं कश्मीरीदरतनेजयािादिनरोंतकदहिंसुतानकेइसदहससेमेंरहगेाउसका रंग उतना ही साँवला होगा।
अब तमु समझ गई ंदक आबोहवा ही की वरह से आिमी का रंग बिलराताह।ै यहहोसकताहैदककुछलोगगमजामलु कमेंरहेंलेदकन मालिारहोनेकीवरहसेउ्हेंधपू मेंकामनकरनापड़े,वेबड़े-बड़ेमकानरों में रहें और अपने रंग को बचा सकें । अमीर खानिान इस तरह कई पीदढ़यरों तकअपनेरंगकोआबोहवाके असरसेबचाएरखसकताहैलेदकनअपने हाथरोंसेकामनकरनाऔरिसूररोंकीकमाईखानाऐसीबातनहींदरस परहमगरूरकरसकें।तमुनेिखेाहैदकदहिंसुतानमेंकश्मीरऔरपरंाब के आिमी आम तौर पर गोरे होते हैं लेदकन जयरों-जयरों हम िदक्षण राएँ वे कालेहोतेरातेह।ैं मद्रासऔरश्ीलंकामेंयेदबलकुलकालेहोतेह।ैं तमु ररूर ही समझ राओगी दक इसका सबब आबोहवा ह।ै कयरोंदक िदक्षण कीतररहमदरतनाहीबढ़ेंदवषवुत-रेखाकेपासपहुचँ रातेहैंऔरगमजी बढ़ती राती ह।ै यह दबलकुल ठीक है और यही एक खास वरह है दक दहिंसुतादनयरोंकेरंगमेंइतनारकजाह।ैहमआगेचलकरिखेगेंेदकयहरकजा कुछइसवरहसेभीहैदकशरूु मेंरोकौमेंदहिं सु तानमेंआकरबसीथीं उनमेंआपसमेंरकजा था।परुानेरमानेमेंदहिं सुतानमेंबहुत-सीकौमेंआईं और हालाँदक बहुत दिनरों तक उ्हरोंने अलग रहने की कोदशश की लेदकन वे आदखर में दबना दमले न रह सकीं। आर दकसी दह्िसु तानी के बारे में यहकहनामदुश्कलहैदकवहपरूीतरहसेदकसीएकअसलीकौमकाह।ै
 






















































































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