Page 19 - Vishwa_April_22
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हुताशनीकाहाथकसकरपकड़तेहुएिोनरोंकमरेकापासपहुचँी। मोहनरीचपुचापपीछेआकरखड़ेहोगए।वेचमतकृतथे।
रैसेहीिरवाज़ाखलुाडूबतीशामकेसारेरंगरोंसेभराएकरािईु अवकाश वहाँ रै ल गया। िीवाररों से, छत से दकतने ही पछं ी अदृश्य धागरों से बंधे हवा में झलू रहे थे। हवा के कारण पखं रडरड़ाते उनपदंछयरोंमेंरैसेरानआगई।बाहरआकाशमेंकलशोरकरते पदंछयरोंकीधवदनभीतरकेपदंछयरोंकोरगारहीथी।हुताशनीके भीतर का आसमान दक्षदतर तक रै ल गया। उसकी पीठ पर गोया अदृश्य पखं उग आए थे और वह दखड़की के बाहर उड़ने ही वाली थीदकदमकंीनेपछूा
“नानी,येइतनेसारेपछंीकयातमुनेबनाएह?ैं” रही।हुताशनीकुछनहींबोली।केवलदमकंीकेदसरपरहाथरेरती
“तमुकोतोशाइदनंगसटारदमलनाचादहए।मैंतमुहेंिगँूी।”
हुताशनी कमरे में दबछे पलंग पर बैठ गई थी। उसने अरीब-सी आखँरोंसेदमकंीकीओरिखेा।उसकीनज़रकहींपारचलीगई थी। दमकं ी को लगा दक हुताशनी कहीं दरर नाराज़ तो नहीं हो गई?
पहुचँीऔरअपनीन्हींहथेदलयरोंसेउसकेगालसहलातेहुएबोली– “नानी नारार हो?”
हुताशनीरवाबिेउसकेपहलेपीछेसेदचकंीबोली– “नानी नहीं िािी”
“नहीं नानी”
“नहीं िािी”
“नानी...नानी...नानी...नानी...”
िािी-नानी, नानी-िािी करते-करते अचानक
िीना नािी, नािी िीना नानी
हाँ यही ठीक है िीना-नानी नािी-िीना...नािी...नािी औरआप?उसनेमोहनरीसेपछूा–
नािा
वाह नािा-नािी नािी-नािा
एकगोलवतजालु मेंचाररोंघमूतेहुएरैसेररंगाररंगारोसेस,मछली
रल की रानी... और न राने कया कया खले रहे थे। गा रहे थे... रैसेरंगीनआसमानकेसारेपछंीसहसाबंटीकेकमरेमेंधसं आए और हुताशनी के नीरव, खाली आसमान को रंगरों और सरु रों से
सराबोर कर गए।
धीरेसेदमकंीअपनेपाँवरोंकोउचकाकरनानीकेचहेरेतक
 (4 अक्ू बर 1931–15 फरिररी 2022)
हिलंब से हदए ि्ने पर 2022 िें पद्मश्ररी समि्न के हलए सिरीकृ हत न देने ि्लरी, अनेक समि्न प््पत, प्हसद्ध ब्ंगल् ग्हयक् सधं य् िुखिजी क् 90 िषरा की आयु िें हनधन।
िि्ति् ग्ँधरी के सियरोगरी ििन्ल्ल बि्ि के पौत्, प्हसद्ध उद्रोगपहत, ‘िि्र् बि्ि’ सकू ‍टर के हनि्रात् के रूप िें हिशि-हिखय्त, पद्मभूषण र्िुल बि्ि क् हनधन, हिनम्र श्रद्ध्ंिहल।
हिगत प्ँच दशकों से च्र हदन पिले तक हनरंतर सहक्रय और दरैहनक भ्सकर िें 26 िषषों तक ‘परदे के परीछे’ न्ि से हफलि कॉलि हलखने ि्ले प‍टक्थ्-सिं्दलेखक,सिरीक्क, उप्य्सक्र, भ्रतरीय ि हिशि हसनेि् क् हिशिकरोश ि्ने ि्ने ि्ले
प्हसद्धकत्थकनतृयगुरुपद्महिभूषणबिृिरोिनन््थहिश्रउिरा हबरिू िि्र्ि क् 17 िनिररी 2022 करो हनधन।
सरोने के गिनों के शौक़ीन, हिसकरो सगं रीत के अपने ग्नों आई ऍि अ हिसकरो ि्ंसर, उि ल्ल्, बंबई से आय् िेर् दरोसत और तमि् तमि् ग्नों के हलए हिखय्त सगं रीतक्र बपपरी ल्हिड़री क् 16 फरिररी 2022 करो 69 िषरा की आयु िें हनधन।
श्रद्ध्ंिहल
और हसनेि् करो सिि िरी दशरान और सक्र्तिकत् से िरोड़ देने िें ि्हिर ियप्क्श चौकसे क् 3 ि्चरा करो 82 िषरा की आयु िें इदंौरिेंहनधन।
      Áअप्रैल 2022 / विशिवा
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