Page 17 - Vishwa_April_22
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को तैयार हो कर आई ह।ै “आपलोगकहींबाहरतोनहींरारहेह?ैं”
“नहीं, घर पर ही ह।ैं ”
“ऐसा है मैं अपनी िोनरों बदचचयाँ आपके यहाँ छोड राऊँ गी।
तीन-चार घटं रों की बात ह।ै बहुत ज़रूरी काम दनकल आया ह।ै वह भी अचानक। "
हुताशनी ने कु छ परेशानी वाली नज़र से शाहनी को िखे ा।
“मरेेपासकोईदवकलपनहींह।ै मझु ेबसअभीदनकलहीराना होगा।”कहकरवहअपनेघरके भीतरगईऔरकुछहीिरे मेंअपनी िोनरोंबेदटयरोंकोलेकरआगई।एकसातसालकीथीऔरिसूरी चार साल की। उ्हें घर में दचकं ी-दमकं ी कह कर बलु ाते थे। दनकलते हुए िोनरों को समझाते हुए सी कहती है दक ‘िखे ो िािी को परेशान मत करना मैं अभी आती हू’ँ ।
िािी या नानी
ओहो चलो, नानी
नहीं िािी दचकं ी ने कहा।
अचछा चलो िािी। तमु हारी मरजी।
इस ररश्ते को तय करने का समय शाहनी के पास नहीं था कयरोंदक
नीचे कार का हॉनजा बर रहा था और वह िौड़ती हुई सीदढ़याँ उतरने
लगी।“बाय”। “आय लव य।ू ” “लव यू टू” के वाकय अररा-तररी में इधर से उधर रें के गए। कार सटाटजा होने की आवाज़ आई और एक स्नाटा पसर गया।
िोफलैटकेबीचवालेसपेसमेंखड़ीथीहुताशनीऔरदचकंी- दमकं ी। एक क्षण के दलए हुताशनी को लगा रैसे उसे तीन घटं रों के दलए दकसी के घर रहना ह,ै इतने पराएपन से उसने बदचचयरों को िखे ा। उसे मालमू था बदचचयाँ बेहि दवसतारवािी होती ह।ैं वे लोगरों के घररों पर, लोगरोंपरऔरउनकेहोनेपरबड़ासरलतासेक्रारमाितेीह।ैं बदचचयाँ इतं ज़ार कर रही थीं दक कब अिं र चलेंगे उतने में मोहनरी ने कहा– चलो भाई अिं र।
तीनरों एक ही साथ लपक कर भीतर राने के दलए उद्त हुए। एकहसँीकेसाथमोहनरीनेबिुबिुातेहुएकहा–
“लोअबसभंालरोंतीनबदचचयरोंको।”
लेदकन हुताशनी इस अचानक हुई घटना से अभी उबर नहीं पाई थी। उसे सबसे पहली आपदत्त को यही थी-सहसा कोई कै से अपनी बदचचयाँइसतरहआपकेयहाँछोड़करचलाराए।चाहेघटंािो घटं ेके दलएहीकयरोंनहो।हमतोऐसेिौरमेंऔरशहरमेंरीरहे हैं रहाँ दबना पछू े-बताए दकसी के घर राने का ररवाज़ अब गँवारपन औरखललमानाराताह।ै कयाइतनाभररानलेनाकारीथादक वेघरपरह?ैं अचछामानलोउ्हेंहीकोईअचानककामआराए तब?तबबदचचयाँएकसमसयानबनराएगंी।दररहमकयाकरेंगे। औरआपनेतीनघटंाकहाह–ै तीनके पाँचहोगएतोकयाहम बदचचयरोंकोसड़कपरछोड़िगेंे।याआपकेइतंज़ारमेंरागतेरहगेंे। सोचते- सोचते हुताशनी का चहे रा तमतमा उठा। मोहनरी ने हुताशनी की पीठ पर हाथ रे रते हुए कहा–“अरे आईसकीम तो दखलाओ।”
“दचकंी-दमकंी,कयादवचारह?ै”
दकस बचचे ने भला आर तक आईसकीम के दलए मना दकया होगा,तोदचकंी-दमकंीकरती।अभीतकचपुचापबैठीदचकंी-दमकंी मेंहलचलहुई।वेहुताशनीकेदनदवजाकारचहेरेसेडरीहुईथीं।
“मैं अभी नहीं खाऊँ गी। तमु बचचरों को दखला िो।”
“अरे पर तमु उठो तो। मझु े कया पता दकसमें परोसना ह।ै ” हुताशनी उठी।
डाइदनंगटेबलु केपासकॉकरीकीअलमारीथी।उसनेएकपल
ठहर कर सोचा दक कौन-से कप दनकाले। बदचचयाँ हैं टूट सकते ह।ैं उसे अहसास हुआ दक पीछे कोई खड़ा ह।ै आखँ ें दतरछी कर पीछे िखेातोदमकंीकीफ्ॉककीझालरदिखाईिेगई।उसकेबढ़ेहुए हाथरुके।दमकंीबहुतआदहसतासेदबललीकेपाँवरोंसेआगेबढ़ रही थी। पता नहीं हुताशनी को लगा दक गलु ाबी दडज़ाईन वाले कप दमकंीकोलभुारहेह।ैंउसनेठीकउनकेपासरखेसािेसरेिकपकी तरफ़हाथबढ़ाया।एकिबाअदनचछाभरासवरदमकंीकेबंिमहँु से दनकला ऐसा हुताशनी को लगा। उसे हसँ ी आ गई। उसने अपने हाथरों कोगलुाबीकपकीतररमोड़ातोरैसेउसकेपीछेउरासहोगई होऐसाहुताशनीनेमहससूदकया।उसनेधीरेसेपलटकरिखेातो हसँी-भरादमकंीकाचहेरानज़रआयारोउसेिखेतेहीदररगड़बड़ा गयाऔरदमकंीटकराते-बचतेवहाँसेभागीऔरअपनीकुसजीपर हाथसेकसकरमहँु ढँककरबैठगई।मोहनरीदकसीकाममेंलग गए थे। उ्हें इन महतवपणू जा घटनाओ ं के बारे में कु छ भी मालमू नहीं था। िोनरों बहने इशाररों में बात कर रही थीं। पर छोटी दमकं ी के इशारे बड़ीदचकंीकोनहींसमझआरहेथे।
हुताशनी ने रैसे ही दफ्र खोला उसे लगा कुछ हरकत हुई। उसनेसोरेपरधसंीदचकंी-दमकंीकोिखेतेनिखेतेहुएमोहनरीसे कहा– ज़रा इधर आना।
सोरे की हलचल शांत हो गई।
हुताशनीदररमसुकुराई।मोहनरीनेसनुानहीं।परहुताशनीको उनकावैसेभीकोईकामनहींथा।यहतोअसलमेंदचकंी-दमकंी के साथ शरूु हुए खले का एक दहससा था। रब वे तीनरों एक साथ एकहीिरवाज़ेसेअिंरआईंथीं,तभीउनकेबीचएकखले शरूु हो गयाथा।दमकंीनेमोहनरीकोिखेादककबवेदफ्रकेपासराएं औरकोईअचछी-सीआईसकीमउनकेदलएचनुें।हुताशनीकेचहेरे की कड़ाई और रुखाई ने मोहनरी के बचचरों के पक्ष में घोदषत कर दियाथा।औरयहगलतभीनहींथा।आईसकीमकासझुावभी तोमोहनरीकाहीथा।परतबतकएकरिेमेंतीनगलुाबीकपरोंमें सराकरआईसकीमलेकरहुताशनीप्रकटहुई।सोरेमेंअिंरधसंी हुईदचकंी-दमकंीदखसकतीहुईसोरेकेदकनारेतकआगई।ंअपने छोटे-छोटे हाथ बढ़ा कर आईसकीम लेने लगीं। हुताशनी को लगा। औरउसनेरिेकुछऊँचाकरदलयाऔरनीचेिखे करमसुकुरानेलगी। हवामेंझलूतेिोरोड़ीहाथरोंकोिखेकरउसेमज़ाआगया।खले कुछआगेबढ़ा।पररैसेकोईऔरबातहो,इसतरहहुताशनीबोली– तरु ंत मत खाना फ्ॉक पर नेपदकन दबछा लो पहले- नहीं, कु छ दगरेगा तो खराब हो राएगा। नेपदकन कहाँ से लें...की मद्रु ा में बदचचयरों को
 Áअप्रैल 2022 / विशिवा
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