Page 27 - Vishwa January 2024
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िीवन और जिलमें
मेरपा अ्नपा श्ीधरन
िबमनैंेउममासेपछूाथा जक उनहोंने हमें इस्लाम में धमशि पररवतशिन कयों नहीं कराया। उनहोंने िवाब जदया था जक चाहे इस्लाम हो, ईसाई धमशि हो या जफर जहनदू धमशि, सभी एक ही बात जसखाते ह।ैं वोयेजकसभीसेपयारकरो और सबका सममान करो।
्ाहनवाज़ के पास अपनी उममाकेबारेमेंबतानेकेजलएएकअलगअनभुवभीह।ै
वो बताते ह,ैं “उनकी मौत के बाद ही हमें पता चला जक उनहोंने जकतनेलोगोंकीमददकीथीऔरजकसहदतककीथी।मैं्रुु आत में काम करने खाडी गया था और बाद में वहाँ अपना कारोबार ्रूु जकया।मझु ेपताचलाथाजकउममानेअपनी12एकडज़मीनमेंसे कु छ बेचनी ्रूु कर दी ह।ै ये िमीन उममा को उनके जपता से जमली थी।वोदनेदारोंकाक़ज़शिचकुानेकेजलएज़मीनबेचरहीथीं।”
कोई भी सबु ैदा के पास आकर ज्क्षा, ्ादी या इलाि के जलए पैसे मांग लेता था। वो िान-पहचान वाले कारोबाररयों को फोन करतीं और मदद करने के जलए कह दते ीं। कारोबारी भी इस मदद में अपना जहस्सािोडदतेेथेऔरसबुैदाबादमेंपैसेचकुादतेीथीं।वोउधार लेकरभीमददकरतीथींऔरबादमेंउधारचकुानेकेजलएज़मीन काजहस्साबेचदतेीथीं।
  मलू रूपसेकेरलकेकोझीकोि से कोई 70 जकलोमीटर दरू कालीकावू जनवासी अनसु जूचत िाजत के ओमान में काम कर रहे श्ीधरन ने 17 िनू 2019 को अपने सो्ल मीजिया पर अतयंत सरल ्बदों में एक पोस्ट जलखी–“मरेीउममाकोअललाह नेबलुाजलयाह।ै कृपयाउनके जलए दआु करें ताजक िननत में
सबु ैिा की गोि िें श्ीधरन
 उनका ्ानदार स्वागत हो।”
 केरलमेंमसुलमानमांकेजलएअममायाउममा्बदकाप्रयोग एकसमयऐसाआयािबस्थानीयमजंदरसजमजतनेअबदलु करतेहैंजफरश्ीधरनउममा्बदकाप्रयोगकयोंकररहेह?ैं अज़ीज़सेकहाजकवोअपनीपतनीसेकहेंजकएकसालतकचदंा श्ीधरनबतातेहैंजकमरेीमाँचककीअबदलुअज़ीज़हािीऔरदनेेकेबारेमेंजचतंानाकरेंकयोंजकउनहेंपताहैजकअबसबुैदाके
सबु ैदाके घरकामकरतीथी।मरेीमाँके उममासेबहुतअचछेसबं ंध पासपैसेनहींह।ैं
थे। ्ाहनवाज़कहतेह,ैं“वोमजंदर,मजस्िदऔरचचशिकोबराबर
सबुैदाकेसबसेबडेबेटे्ाहनवाज़बतातेहैंजकश्ीधरनकीमाँ कीगभाशिवस्थामेंमौतहोगई।मरेीमाँउनकेघरगईऔरिबलौटी तोउनकीबाँहोंमेंदोसालकाश्ीधरनथाऔरसाथमेंथींमरेीहम उम्र लीला और 12 साल की रमानी। माँ ने बताया जक अब इन बचचों काकोईनहींह।ैयेहमारेघरमेंरहगेंे।
िब उममा घर के भीतर आ गई ं तो लीला भी पीछे आ गई,
लेजकनरमानीबाहरखडीरही।वोहमसबसेथोडीबडीथी,ऐसेमें हैजिनकीजपछलीजफलम‘थाहीरा’गोवामेंभारतके51वेंअतंराष्ट्रीय वोजझझकरहीथी।मरेीदादीनेमझुसेकहाजकिाओउसेघरकेजफलमफेजस्टवलमेंप्रदज्तशिहुईथी।
अदंरलेआओ। जसद्ीक़कोश्ीधरनकीपोस्टकेबारेमेंपताचलाऔरउनहोंने
मैंबाहरगयाऔरहाथपकडकरउसेघरमेंलेलाया।उसके बाद से हम साथ ही पले-बढ़े। हम सब नीचे फ्शि पर सोते थे। जसफशि िफर ख़ान और श्ीधरन को छोडकर, वे दोनों बहुत छोटे थे और वे उममा और उपपा के साथ ही सोते थे।
उसीवकत‘एननुस्वाथमश्ीधरन’(मरेाअपनाश्ीधरन)बनानेका फै सला जकया।
चदंादतेीथीं।घरकेपासभीज़मीनकाएकजहस्साथाजिसेवो बेचनाचाहतीथीं।मनैंेउनसेपछूाजकजकतनीक़ीमतहैतोउनहोंने कहा12लाख।मनैंेकहामझुसेपद्रंहलाखरुपएलेलोऔरमझुेदे दो। लेजकन उनहोंने मना कर जदया कयोंजक वो ख़रीदार से 12 लाख रुपएमेंज़मीनदनेेकावादाकरचकुीथीं।”
उनहोंने बताया, “इस कहानी में मानवता को द्ाशिने की कोज्् की गई ह।ै हमारे समाि को इसके बारे में िानने की बहुत ज़रूरत ह।ै ” श्ीधरनअब53वषशिकेह।ैंवेकहतेह–ैंयेमरेेजलएददनशिाकथा उनहोंनेकहाजककोईद्ेतभीजवकजसतहोसकताहैिबवहाँ
कयोंजकमझुेपालनेवालीमरेीमाँऔरजपतानेहमेंकभीधमशििाजत के बारे में नहीं बताया था। उनहोंने बताया था जक हमें अचछाई की ज़रूरत ह।ै
मानवताकोमहतवजदयािाए।
जसद्ीक़ को इस जफलम का जनमाशिता ढूंढ़ने में काफी समय लगा।
सतय घटना पर आधाररत इस जफलम को जसद्ीक़ परवरू ने बनाया
लेजकन अब िब जफलम की काफी तारीफ हो रही ह।ै जनवरी 2024 / ववशववा
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