Page 17 - Vishwa January 2024
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प्रथाओ ं और काननू का सममान करके कर सकते ह।ैं अग्रं ेिी की एक प्रजसद्ध कहावत है िब आप रोम में हैं तो रोमवाजसयों की तरह रह।ें बेहतरयहीहोगाजकआपजिसद्े मेंरहतेह,ैंअपनेकायशिस्थलऔर सावशििजनकस्थलोंपरउसद्े केजिममदेारजनवासीकीतरहरह।ें
कन्ड् िें हिनदू-हसख
भारतको‘बदनाम’करनाहैपरअसगं ज‍ठतभारतवजं्योंकीभारतके प्रजतउदात्तभावनाओंकोवयकतकरनेकेजलएउपयकुतऔरपयाशिपत मचंनहींह।ैकनािामेंभारतवजं्योंकीिोजगनी-चनुीसस्ंथाएँ और उनके म‍ठाधी् ह,ैं उनका एकमा‍त उद्श्े य भारत सरकार के स्थानीय कायाशिलयों और अजधकाररयों से ‘अपने काम जनकलवाने’ काह,ैअपनेनामकीअन्ुसंाएँभारतसरकारकोजभिवानेऔर
मनैंेअपनेजपछलेलेखमेंजवद्ेमेंभारतवजं्योंमेंपनपरहीवहाँसेसममानपानेकाह।ैआमभारतवजं्योंकेमनमेंभारतीय अगडीऔरदजलतिाजत-वयवस्थामेंभदेभावकीप्रवजृत्तकेबारेमें उचचायोगकेस्थानीयकायाशिलयोंकेप्रजतकोईअचछीरायनहींह।ै बतायाथा।कुछपा‍ठकोंनेकहाजकिी-फाइवद्ेोंमेंश्वेतऔर जनिीसस्ंथाओं(िैसेबीएलएसइटंरने्नल)के‍ठेकोंपरचलाईिा अश्वेतकेबीचभदेभावकेमामलोंकेमकुाबलेअगडेऔरदजलत रहीवीज़ा,पासपोटशििैसीकईसेवाओंकेकारणस्थानीयउचचायोगों काभदेभावकुछनहींह।ैप्रश्नयहनहींहैजकअगडेऔरदजलतकाकाभारतवजं्योंसेसीधासपंकशिनहींह।ैनवेस्थानीयसावशििजनक भदेभावजवद्ेोमेंबसेभारतवजं्योंमेंउतनानहींहैजितनाभारत सस्ंथाओंऔरमचंोंपरभारतवजं्योंकेसाथमले-जमलापकेउतसकु मेंह।ैपरप्रश्नयहहोनाचाजहएजकसजु्जक्षतभारतवजं्योंकीहोतेहैंऔरनहीभारतवजं्योंकीकुछ‘महँुलगीसस्ंथाओ’ंके मानजसकता इककीसवी सदी में भी इतनी ओछी कयों ह?ै िाजत और अलावा उनका कोई सपं कशि ह।ै ऐसी जस्थजत में बहुसखं यक असगं ज‍ठत वणशिवयवस्थाकादरुाग्रहहमारेसोचमेंअबभीगहरेरचाबसाकयोंह?ै
जपछले जदनों मीजिया में प्रचाररत एक खबर ने हमें बहुत जवचजलत
जकया,वहहैजवद्ेोंमेंजहनदूऔरजसखसमदुायकेबीचमनमटुाव,
औरजसखसमदुायपरअजतवादीयाखाजलस्तानीहोनेकाआरोप।
आस्ट्रेजलयाऔरअमरेरकामेऐसीघटनाएँछुट-पटुहैंपरजब्रटेनऔर इसजलएजदलली,बंगलरुु,चिंीगढ़औरमबंुईमेंकायशिरतकैनेजियन कनािामेंमखुर।भारतीयदतूावासों,वाजणजयदतूोंऔरउचचायोगोंरािनजयकोंकीसखंया,कनािामेंकायशिरतभारतीयरािनजयकोंके केकायाशिलयोंकेसामनेसमथशिनऔरजवरोधमेंप्रद्नशिहुए।रािनजयकों मकुाबलेतीनगनुाह।ैभारत-कनािाकेरािनजयकसबंंध‘सामानय’ पर िानमाल का खतरा मिं राया। कनािा में यह जस्थजत इतनी खराब
होगईजकदोनोंद्ेोंनेरािनजयकोंकोपरस्परजनष्काजसतजकया।
भारतीय मीजिया में इस बात को िोर्ोर से प्रचाररत जकया गया जक
कनािामेंजहनदूसरुजक्षतनहींहैऔरउनहेंवहाँसेभगानेकीबातेंकी
िारहीह।ैंकनािाकेप्रधानम‍तंीनेयहाँकीससंदमेंभारतसरकार बडाउलटफेरजकयाह।ैजवद्ेोंमेंजस्थतसभीमहतवपणूशिबहुराष्ट्रीय परसीधाआरोपलगाजदयाजककनािाकेएकनागररककीहतयाप्रजतष्‍ठानोंकेसचंालनमेंभारतव्ंीप्रमखुोंकीभजूमकामेंह।ैंस्थानीय केपीछेउसकेएिेंटकाहाथह।ैभारत-कनािाकेरािनजयकसबंंध रािनीजतम,ेंसघंीयऔरराजयसरकारोंमेंभारतवजं्योंकादबदबा ज्ञात इजतहास में कभी इतने खराब नहीं रह।े रािनीजतक उ‍ठापटक में
यहिाननाअचजंभतकरनेवालाहैजकिमीनीस्तरपरकनािामें जहनद-ुजसखसबं ंधकैसेह।ैं
इस बात से इनकार नहीं जकया िा सकता जक कनािा में
अजतवादी जसख नहीं ह।ै वे ह,ैं और उनहोंने भारत में उनके एवं उनके
पररवारकेसाथहुईप्रताडनाकेसचच-ेझ‍ठूेप्रमाणदकेरयहाँ्रण
पानेकाअनरुोधकरप्रवे्,जनवासऔरनागररकतापाईह।ैपरऐसे
लोगोंकीसखंयाकमह।ैबहुसखंयकजसखसमदुायकाइसअजतवादी
जवचारधाराकोसमथशिनप्रापतनहींह।ै अजतवाजदयोंकोछोडदेंतो कीिोभीनीजतहोभारतवजं्योंकोचाजहएजकवेजिसद्े मेंह,ैं भारतव्ंीजसखोंऔरजहनदओुंमें‘भारतीयमलू’केहोनेकागवशिहैउसकेकाननूऔरसमािकेसाथरह।ें
और उनके परस्पर सबं ंध मधरु ह।ैं अजधकां् जहनदु एवं जसख पररवार जम‍तताकेस्तरपरएकदसूरेसेिडुेहैंतोकईपररवार‘रोटी-बेटी’के ररश्ते से भी। पर िब अजतवादी जसख भारत जवरोधी प्रद्नशि करते हैं तो स्थानीय रािनीजतज्ञ, मीजिया, सो्ल मीजिया आजद अपने जघनौने मकसद के जलए इस जवरोध के प्रचार का जहस्सा हो िाते ह।ैं
जवद्े ों में भारत जवरोधी अजतवादी अलपसखं यक सगं ज‍ठत हैं और बहुसखं यक ्ांत भारतव्ं ी असगं ज‍ठत। अजतवाजदयों का उद्श्े य
यजद ्बद बदलकर कहा िाए तो अपने चनु े हुए द्े के प्रजत मातभृजूमिैसीकृतज्ञताऔरसमपशिणप्रकारांतरसेधमशि,नैजतकता और ईमान ही ह।ै
भारतव्ंीउनकेपक्षमेंजकसतरहखडेहों?कनािामेंबीसलाखसे अजधकभारतव्ं ीह।ैं महत्वपणू शितरययहहैजककनािामेंसवाशिजधक स्थायीजनवासी(नागररकनहीं,परभजवष्यमेंनागररकताकेपा‍त), सवाशिजधकजवद्ेीकमचशिारी,सवाशिजधकजवद्ेीछा‍तभारतसेह।ैं
नहीं रहते हैं तो लाभ अजतवाजदयों को ही होगा और इसका खाजमयािा बहुसखंयकभारतजहतैषीभारतवजं्योंकोउ‍ठानापडेगा।
जवश्वकेसभीमहत्वपणू शिद्े ोंमेंप्रवासीभारतीयोंकीसखं याबहुत तेज़ीसेबढ़ीह।ैभारतव्ंीययवुाओंनेइनद्ेोंकीिनसांजखयकीमें
ह।ै भारत की जवद्े ों में बढ़ी साख के मलू में ये भारतव्ं ी हैं जिनहोंने अपनेचरर‍त,अपनीकम‍ठशिता,कायशि्लैीऔरस्थानीयसावशििजनक सस्ंथानोंकोआजथशिकऔरप्रबंधकीयसहयोगसेभारतकीछजब बनाई ह।ै रािनीजतक महत्वकांक्षाओ ं और भारतीय उचचायोगों तथा वाजणजयदतू ों में वयापत लालफीता्ाही के कारण यजद इस छजब को क्षजतपहुचँतीहैतोभारतवजं्योंकेजलएयहअचछानहींहोगा औरअजतवाजदयोंकेहौसलेबलुंदहोंगे।परजवद्ेोंमेंरहरहेसभी भारतवजं्योंकेजलएएकहीदीघकशिाजलकसलाहहोगी,भारतसरकार
 अकटूबर 2023 के अकं में “अपने ही लोगों से जवद्े ों में प्रताजडत दजलत” का उद्श्ेयजकसीकीभावनाको‍ठेसपहुचँानेकानहींथा।इसआलेखसेजकसीकी भीभावनाएँआहतहुईहोंतोहमखदे प्रकटकरतेह।ैं –धिराप्लििेंद्रजरैन
 जनवरी 2024 / ववशववा
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