Page 42 - Vishwa January 2022
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असदेसेधदलनेकीनहींसचबोलनेकीधज़द हरैान हूँ मैं कैसे ये बचचा सितुर गया
उनसे सहतुानी शाम का चचा्त न कीधजए धजनके सरों पे िपू का मौसम ठहर गया
जीने की कोधशशों के न्ीज़े में बारहा महससू ये हुआ धक मैं कतुछ और मर गया
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जाने धक्नी उड़ान बाक़ी है इस पररनदे में जान बाक़ी है
धज्नी बँटनी थिी बँट चकतु ी ये ज़मीं अब ्ो बस आसमान बाक़ी है
अबवोदधतुनयाअजीबलग्ीहै धजसमें अमनो-अमान बाक़ी है
इधम्हाँसेगज़तुरकेकयादखेा इक नया इधम्हान बाक़ी है
सर कलम होंगे कल यहाँ उनके धजनकेमहँतुमेंज़बतुानबाकीहै
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घर से धनकले थिे हौसला करके लौटआएख़दतुाख़दतुाकरके
दद-्तए-धदल पाओगे व़िा करके हमनेदखेाहै्जबतुा्तकरके
धज़नदगी ्ो कभी नहीं आई मौ् आई ज़रा ज़रा करके
लोग सनतु ्े रहे धदमाग़ की बा् हमचलेधदलकोरहनमतुाकरके
धकसने पाया सकतु ून दधतुनया में धज़नदगानी का सामना करके
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डाल से धबछतु ड़े पररंदे
इक हक़ीक़् थिे जो कल ्क दास्ाँ मे खो गए
जसतु्जू में धजसकी हम आए थिे वो कतुछ और थिा ये जहाँ कतुछ और है हम धजस जहाँ मे खो गए
हसर्ें धज्नी भी थिीं सब आह बनके उड़ गईं ख़वाब धज्ने भी थिे सब अश्के -रवाँ मे खो गए
लेकेअपनी-अपनीधकसम्आएथिेगलतुशनमेंगलतु कतुछ बहारों मे धखले और कतुछ धख़ज़ाँ में खो गए
धज़दंगी हमने सनतुा थिा चार धदन का खले है चार धदन अपने ्ो लेधकन इधम्हाँ मे खो गए
धकसीनेग़मकोकतुछसमझाकोईसमझाख़शतुीकोकतुछ। नज़र इक धज़नदगी आई धकसी को कतुछ धकसी को कतुछ।
इक आलम बेधहसी का उम्र भर ्ारी रहा हम पर, धगना कतुछ मौ् को हमने न माना धज़नदगी को कतुछ।
समनतुदर को मक़तु द्र मान्ी है हर नदी अपना, मगर कोई समनतुदर कब समझ्ा है नदी को कतुछ।
्ेरी दररयाधदली का हमने रकखा है भरम कायम, न दे पानी, दआतु ही दे हमारी ध्शनगी को कतुछ।
रज़ामनदीसेहमनेकबकोईलमहागज़तुाराह,ै ्वजजोकबधमलीअपनीख़शतुीऔरनाख़शतुीकोकतुछ।
बहु्समझाया,धज्नेमहँतुबनेंगीउ्नीहीबा्ें, समझआ्ाकहाँहैंलेधकनअपनीख़ामशतुीकोकतुछ।
जो ले्े ही रहे थिे धज़नदगी से, मर गए कबके, वो ही धज़नदा रह,े द्े े रहे जो धजनदगी को कतुछ।
अभीबेवजहख़शतु-ख़शतुथिाअभीबेवजहचपतु-चपतुह,ै नहीं कतुछ ठीक इस धदल का, घड़ी को कतुछ घड़ी को कतुछ।
आसमाँ मे खो गए
  इस अंक कपा मुख्ृषठ
9 अकततूबर 2021 दीप प्रजज्वलन कर अफ़ि्वेशन का शुभारमभ करते हुए दा्यें से राष्ट्ी्य अध्यक्ष अज्य चड्डा, अफ़ि्वेशन स्यं ोफ़जका फ़करण खेतान, न्यासी मंडल की अध्यक्ष सशु ीला मोहनका, उत्तर-पतू्व्व ओहा्यो शाखा अध्यक्ष शोभा खंडेल्वाल ए्वं राके श रंजन
 श्रदाजंलल
राजस्ान मलू के पटना में जन्े जंमैका ननवासी अतंराराष्ट्ीय हिदी समंमनत के आजीवन सदस्य हिदी सेवी डॉ. सीताराम पोद्ार का 90 वररा की आयु में गत ददनों ननधन िो गया, सममनत की ओर से नवनम्र श्रदाजं लल।
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विशिवा / Áजनिरी 2022































































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