Page 22 - Vishwa January 2022
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समरण
  मन्नू भंडारी
एक पलेट स़ैलपाब
मई की साँझ!
सािे छह बजे ह।ैं कतुछ दरे पहले जो िपू चारों ओर फैली पड़ी थिी, अब फीकी पड़कर इमार्ों की छ्ों पर धसमटकर आयी ह,ै मानो धनरन्र समाप् हो्े अपने अधस्तव को बचाये रखने के धलए उसने कसकर कगारों को पकड़ धलया हो।
आगबरसा्ीहुईहवािपू औरपसीनेकीबदबूसेबहु्बोधझलहोआयीह।ै पाँच बजे ्क धज्ने भी लोग आधॅ ़िस की बड़ी-बड़ी इमार्ों में बनद थिे, इस समय बरसा्ी नदी की ्रह सड़कों पर फै ल गये ह।ैं रीगल के सामनेवाले फतु टपाथि पर चलनेवालों और हॉकस्तकाधमला-जलतुाशोरचारोंऔरगँजूरहाहैंगजरेबेचनेवालोंकेपाससेगज़तुरनेपर सगतुनिभरी्रावटकाअहसासहो्ाह,ैइसीधलएनख़रीदनेपरभीलोगोंकोउनकेपास खड़ा होना या उनके पास से गज़तु रना अचछा लग्ा ह।ै
टी-हाउस भरा हुआ ह।ै उसका अपना ही शोर का़िी ह,ै धफर बाहर का सारा शोर- शराबा धबना धकसी रुकावट के खलतु े दरवाज़ों से भी्र आ रहा ह।ै छ्ों पर फतु ल सपीड में घमू ्ेपखं ेभीजैसेआगबरसारहेह।ैं एकक्षणकोआखँ मदँू लो्ोआपकोप्ाहीनहीं लगेगा धक आप टी-हाउस में हैं या फतु टपाथि पर। वही गरमी, वही शोर।
गे-लॉड्त भी भरा हुआ ह।ै परुतु ष अपने एयर-कधणडशणड चमे बरांे से थिककर और और्ें अपने-अपने घरों से ऊबकर मन बहलाने के धलए यहाँ आ बैठे ह।ैं यहाँ न गरमी ह,ै न भनना्ा हुआशोर।चारोंओरहरका,शी्ल,दधूियाआलोकफैलरहाहैऔरधवधभननसेणटोंकी मादककॉकटेलहवामें्ैररहीह।ैटेधबलोंपरसेउठ्ेहुएफतुसफतुसा्े-सेसवरसगंी्में हीडूबजा्ेह।ैंगहरामके-अपधकयेडायसपरजोलड़कीगारहीह,ैउसनेअपनीसकट्त कीबेरटखबू कसकरबाँिरखीह,ैधजससेउसकीप्लीकमरऔरभीप्लीधदखाईदे रहीहैऔरउसकी्लतुनामेंछाध्योंकाउभारकतुछऔरमखतुरहोउठाह।ैएकहाथिसे उसने माइक का डणडा पकड़ रखा है और ज्ू े की टोसे वह ्ाल दे रही ह।ै उसके होठों सेधलपधसटकभीधलपटीहैऔरमसतुकानभी।गानेकेसाथि-साथिउसकासाराशरीरएक धवशषे अदाकेसाथिझमू रहाह।ै
पासमेंदोनोंहाथिोंसेझनतुझनतुे-सेबजा्ाजोवयधक्सारेशरीरकोलचका-लचकाकर ्ालदेरहाह,ै वहनीग्रोह।ै बीच-बीचमेंजबवहउसकीओरदखे ्ीहै्ोआखँ ेंधमल्े ही दोनों ऐसे हसँ पड़्े हैं मानो दोनों के बीच कहीं ‘कतुछ’ ह।ै पर कतुछ धदन पहले जब एक एगं लो-इधणडयन उसके साथि बजा्ा थिा, ्ब भी यह ऐसे ही हसँ ्ी थिी, ्ब भी इसकी आखँ ें ऐसेकीचमक्ीथिीं।इसकीहसँीऔरइसकीआखँोंकीचमककाइसकेमनकेसाथि कोईसमबनिनहींह।ै वेअलगहीचल्ीह।ैं
डायसकीबग़लवालीटेधबलपरएकयवतुकऔरयवतु्ीबैठेह।ैंदोनोंकेसामनेपाइन- एपपलजसू के गलासरखेह।ैं यवतु ्ीकागलासआिेसेअधिकखालीहोगयाह,ै परयवतु क नेशायदएक-दोधसपहीधलयेह।ैं वहकेवलसट्ॉधहलारहाह।ै
यवतु ्ी दबतु ली और गौरी ह।ै उसके बाल कटे हुए ह।ैं सामने आ जाने पर धसर को झटक दकेरवहउनहेंपीछेकरद्ेीह।ैउसकीकल़िलगीसाड़ीकापरलाइ्नाछोटाहैधक कनिेसेमधतुश्कलसेछहइचंनीचे्कआपायाह।ैचोलीनमतुाबलाउज़सेढकीउसकी परूीकीपरूीपीठधदखाईदेरहीह।ै
“्मतुकलबाहरगयीथिीं?”यवतुकबहु्हीमलतुायमसवरमेंपछू्ाह।ै “कयों?”बाँयेंहाथिकीलमबी-लमबीप्लीउँगधलयोंसे्ालद्े े-द्े ेहीवहपछू ्ीह।ै “मनैं े ़िोन धकया थिा।”
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विशिवा / Áजनिरी 2022





















































































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