Page 8 - Vishwa_April_22
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शपाश्वती
 अमृत ्ुत्रों कपा प्रयपाण गीत
हिि्हरि तुंग शंगृ
से
 प्रबर्ु शर्ु भारती सवयं प्रभा समजु जवला सवतंत्ता पकु ारती
‘अमतयजावीरपत्ु हो, दृढ़-प्रदतज्ञसोचलो, प्रशसत पणु य पथं ह,ै बढ़ेचलो,बढ़ेचलो!’
असखं य कीदतजा-रदश्मयाँ दवकीणजा दिवय िाह-सी सपतूमातभृदूमके रुको न शरू साहसी!
अरादतसै्यदसधं ुम,ें सवुाडवाद्नसेरलो, प्रवीर हो रयी बनो बढ़े चलो, बढ़े चलो!
–ियशंकर प्स्द
दहमालय के ऊँ चे दशखररों से भारत माता रो प्रबर्ु और शर्ु है सवयं प्रकादशत और उजजवल है सवतंत्ताकेदलएपकुाररहीहै
हेअमरिवे-पत्ुो! सोच-दवचारकर दृढ प्रदतज्ञ हो इसउ्मकुतपणुयपथपर
बढ़े चलो, बढ़े चलो
तमु हारे यश की दकरणें पदवत्जवालासीसवजात्रैलीहुईहैं इसदलए हे भारत माता के साहसीसपतूोरुकोमत
शत्ुसेनाकेसमद्रु में
वाडव जवाला की तरह रलो तमु वीर हो रय प्रादपत के दलए बढ़े चलो, बढ़े चलो
भावानवुािएवंप्रसतदुत:हशि्ंगरीिरोशरी
 भपावी हलचल
 प्रदतवषजा सदमदत की ओर से दवदभ्न शहररों में आयोदरत होनेवालेकदवसममलेनकोरोनाकेकारणनहींहोसके थे। वे अब दसथदतयां अनकु ूल होने पर 3 रनू से 10 रलुाई,2022तककीअवदधमेंअमरेरकाकेलगभग 20 महानगररों में सपं ्न हरोंगे। इस बार के कदव हैं कमशः ्वादलयर के वयं्यकार श्ी तेर नारायण शमाजा, ररीिाबाि के हासय कदव श्ी िीपक गपु ता और गया की गीतकार सश्ु ीअदंकतादसहं।
दरसकपा हमें थपा इंतज़पार......
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विशिवा / Áअप्रैल 2022














































































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