Page 50 - Vishwa_April_22
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सभंवनहोपायाहोता।मदैथलीशरणगपुत,हररऔध,श्ीधरपाठक, रामनरेशदत्पाठी,माखनलालचतवुदेिी,रयशकंरप्रसाि,दनराला, पतं,महािवेी,दिनकर,नवीन,अज्ञेयआदिमेंसेकौनतथाकदथत खड़ीबोली/कौरवी क्षेत् का रहने वाला था! अथाजात् दकसी की मातभृ ाषा ब्रहोयाअवधी,मगहीहोयाभोरपरुी,कौरवीहोयामारवाड़ी, बंिुलेीहोयामालवी;उसेबोलीकहाराएयाभाखा,परवहकदव/ सादहतयकार तो दह्िी का ही होगा। अपनी दह्िी की पहचान करते हुए हमें भारत के बहुभादषक पररवेश और उसमें वयाप्त समग्रता की चतेनाकोसिवै धयानमेंरखनाचादहए।इसेभारतकेरूपाकारसे सामय रखने वाले पीपल के पत्ते की बनावट से समझा रा सकता ह।ै दह्िीकेकदव-दचतंकअज्ञेयनेभाषाकेसबंंधमेंबहुतमहत्वपणूजा बात कही ह,ै रो हमें सिवै धयान रखनी चादहए–
“भाषा कलपवक्षृ ह।ै रो उससे आसथापवू जाक माँगा राता ह,ै भाषा वहितेीह।ैउससेकुछमाँगाहीनराए,कयरोंदकवहपेड़सेलटका हुआनहींिीखरहाह,ैतोकलपवक्षृ भीकुछनहींितेा।”
मनैंेआरंभमेंभाषाकोमाँकहाह,ैरोअहतैकु वातसलयितेी ह।ै दह्िी भी ऐसी ही माँ ह।ै इसकी उपमा मधमु दकखयरों द्ार दनदमतजा छत्तेकेअमतृ-कोषसेिीरासकतीह।ैइसकेदलएदह्िीसतंानरों को मधमु दकखयरों की तरह ही नाना प्रकार के भाषारूपी रू लरों से रस सदंचतकरदह्िीकेअमतृ-कोषकोभरनाहोगा,दरससेदह्िीन केवलिशेम,ेंअदपतुअतंरराषरिीयसतरपरभीअपनीसभीभदूमकाओं के दलए समथजा हो सके ।
मैंइ्हींश्िरोंकेसाथ‘रागदृत’केइससकंलपपवूजाकशरूुदकये गयेअदभयानकेदलएशभुकामनाएँकरतेहुएअपनीबातपरूीकरताहू।ँ
 प्ररेरक
इस काम में उनकी मिि करने की दरममिे ारी ली। ररपोटजाकेअनसुारदनतेशनेकहा,‘मोआज़महमारीटीमके
दलए दकसी ईश्वरीय वरिान की तरह थे। वह बहुत मििगार थे और कई बात तो उ्हरोंने भारतीय छात्रों से एक पैसा भी नहीं दलया।’ मोआज़म ने 2500 भारतीय छात्रों के दलए सरु दक्षत रासते का इतं राम दकया था। मोआज़म ने रेदडर को बताया, ‘रब मनैं े भारतीय छात्रों केपहलेबैचकोबचायातोमझुेनहींपताथादकसकंटइतना बड़ाह।ैमनैंेपायादकमरेानंबरकईभारतीयवहाट्सऐपग्रपुसपर वायरल हो गया ह।ै इसके बाि मझु े आधी रात को लगातार रेसकयू ऑपरेशन के दलए रोन आने लगे।’ उ्हरोंने कहा, ‘अभी तक मैं 2500भारतीयछात्रोंकोबचाचकुाहू।ँ’
मोआज़मनेकहा,‘यकूेनमेंदकसीदविशेीकेदलएबातचीत करना सबसे मदु श्कल काम ह।ै यहाँ जयािातर लोग यकू े नी भाषा बोलतेहैंयाकुछलोगरूसीमेंबातकरतेह।ैं यहाँअग्रंेरीबहुत कम बोली राती ह।ै मैं उिजाू बोलता था और जयािातर भारतीय छात् दह्िीबोलतेथे,इसदलएहमबहुतआसानीसेएक-िसूरेसेरड़ु गए। दह्िी और उिजाू लगभग एक रैसी भाषाएं हैं इसदलए हमें कारी आसानी हुई।’ उ्हरोंने कहा दक मैं उनसे दसरजा 20 से 25 डॉलर लेता थाकयरोंदकमझु ेपताथादकउनके पासिने ेके दलएपैसेनहींह।ै कई बार ऐसा हुआ दक मनैं े उनसे पैसे नहीं दलए कयरोंदक उनके पास सारे पैसे खतम हो गए थे।
मोआज़मनेकहादकसबसेबड़ीबातहैिआुए,ँरोइन भारतीय छात्रों के माता-दपता मझु े मरे े वहाट्सऐप पर भरे रहे ह।ैं मोआज़मसेपछूागयादकएकपादकसतानीहोनेकेनाते,िोनरों िशेरोंकेसबंंधरोंकोइदतहासकोिखेतेहुएभारतीयछात्रोंकीमिि करते हुए उ्हें कै सा लगा। मोआज़म ने कहा, ‘आपने हाल ही में एक वीदडयो िखे ा होगा, दरसमें भारत की मदहला दकके ट टीम एक पादकसतानीदखलाड़ीकेबचचेकेसाथखलेतीहुईनररआरही ह।ैयहपयारऔरइसंादनयतह।ैिश्ुमनीतोदसरजारारनीदतह,ैिोनरों िशेरोंकेलोगएक-िसूरेसेबहुतपयारकरतेह।ैं’(सकंलन)
 सपाथी हपाथ बढ़पानपा
 रूसीहमलेके बािहराररोंभारतीयछात्यकू ेनमेंरँसगएथे।इनकी दनकासीभारतकेदलएएकबड़ीचनुौतीथी।कीव,खारकीवऔर समूीरैसेशहररोंमेंरँसेछात्रोंकेपासससंाधनखतमहोरहेथेऔर पदश्चमीसीमातकपहुचँनामदुश्कलहोरहाथा।लेदकनमसुीबत के अधं रे े में कुछ अचछे लोग रौशनी की दकरण बनकर आते ह।ैं एसओएसइदंडयाकेससंथापकदनतेशकुमारयकूेनकेयर्ुग्रसत इलाकरों में रँ से भारतीय छात्रों को पदश्चमी बॉडजार तक पहुचँ ा रहे हैं और इसमें उनकी मिि एक पादकसतानी शखस कर रहा ह।ै
रेदडरडॉटकॉमकीररपोटजाकेमतुादबकरबदनतेशनेभारतीय छात्रोंकोयकू ेनसेबाहरदनकालनेकीसोचीतोउ्हेंकोईआइदडया नहींथादकयहकैसेहोगा।दनतेशकोपताथादकछात्रोंकोहगंरी, पोलैंड,सलोवादकयायारोमादनयाकीसीमातकपहुचँनेकेदलएढेर सारी बसें और कारें चादहए। इनका इतं राम करने के दलए उ्हरोंने कई टूर ऑपरेटसजा से बात की लेदकन उ्हें सरलता नहीं दमली। लेदकन यकू े न में रहने वाले पादकसतानी नागररक मोआज़म खान ने
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विशिवा / Áअप्रैल 2022





















































































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