Page 33 - Vishwa_April_22
P. 33

 सुभपाष प्रसंग
 बोस बचपन से एक बेचनै आतमा थे। वह प्रारंभ से ही रीवन का लक्य ढूंढरहेथे।इसीकारण16वषजाकीअवसथामेंगरुु कीखोरमेंघरसे भाग गए। गरुु न दमलने पर वह वापस तो आए लेदकन घर से भागने का रो दसलदसला शरूु हुआ, वह रीवन के अतं तक रारी रहा। उ्हें िशे की मदुकत मेंअपनी मदुकत की राह दिखी।
देशभकतों क् देशभकत
यहमहातमागांधीऔरसभुाषचद्रंबोसकेबीचसबसेबड़ासामय था। गांधी ने भी आतमकथा (सतय के प्रयोग) में दलखा है दक उनके रीवन का लक्य मोक्ष है और सवाधीनता सग्रं ाम उस रासते में एक पड़ाव केरूपमेंआगयाह।ै अपनीवयदकतगतमदुकतसेकहींजयािाउिात्तऔर महतवपणूजाहैसमारतथािशे कीमदुकत।गांधीऔरसभुाषकेबीचके दमलन दबंिु को रेखांदकत करना इसदलए आवश्यक है कयरोंदक उन िोनरों के बीच भीषण दववाि की चचाजा अकसर होती ह।ै उनकी िशे भदकत ऐसी थी दक सवयं महातमा गांधी ने उ्हें ‘िशे भकतरों का िशे भकत’ कहा था। उनके अिमय साहस और दवलक्षण सगं ठन कौशल का लोहा सभी मानते थे।
माचजा1939मेंदत्परुीकांग्रेसमेंउ्हरोंनेरबगांधीरीकेउममीिवार पटिादभसीतारमयैाकोअधयक्षपिकेचनुावमेंहरादियातोगांधीरीने कहाथा,‘पटिादभकीहारमरेीहारह।ै ’महातमागांधीऔरउनकेसमथजाकरों केदवरोधकेकारणसभुाषकेदलएकांग्रेसकायजासदमदतकागठनकरना लगभगअसभंवहोगयाऔरउ्हरोंनेइसतीरािेदिया।इसकेबावरिू गांधी के दलए उनके मन में कटुता नहीं आई। उ्हरोंने दलखा दक अगर उ्हेंपरूीिदुनयाकासमथजानदमलराएऔरिदुनयाकेमहानतमवयदकत (गांधी)कापयारनहींदमलपाएतोपरूीिदुनयाकेसमथजानकालाभकया ह।ै उ्हरोंनेहीमहातमागांधीकोराषरिदपताभीकहा।आरािदहिं रौर केअलग-अलगरेदरमटें कानामउ्हरोंनेगांधीनेहरू,मौलानाआराि आदि के नाम पर रखा।
और माला को चमू ने लगे।
लेदकनठहररए,कहानीआगेभीह।ै हबीबनेनमआखं रोंसेभराजाए
नरेतपारी को हम मपानतरे बहुत हैं, रपानतरे कम
नेतारीसभुाषचद्रंबोसकी125वींर्मदतदथपरिशेकीरारनीदतगमजासारीसपंदत्त,रेवर–गहनेमातभृदूमदहिंसुतान होगई।हालांदकसचाईयहहैदकसभुाषचद्रंबोसकोयशतोबहुतदमलाकेदलएिेरहाह।ैसभुाषनेवहमालाहबीब परउनकेयोगिानसेअभीभीिशेवासीअनदभज्ञह।ैंऐसेमेंसवतंत्ताके कोिेिी।हबीबउसेपाकरउ्मत्तहोगए अमतृ महोतसव पर नेतारी की मदू तजा इदं डया गेट पर सथादपत करना उ्हें उनकाउदचतसथानदिलानेकीओरएकमहतवपणू जाकिमह।ै सभुाषचद्रं
उनकी िशे भदकत में एक अरीब संकामकता थी दक रो भी उनके
सपंकजामेंआताथावहउनकाऔरिशेकािीवानाहोराताथा,अपना
सवजासवलटुानेकोतैयारहोराताथा।एकबारबमाजा(मयांमार)मेंदकसी
रगहभाषणिनेेकेकममेंउ्हरोंनेघोषणाकीदकउनकीरूलमालाकी
नीलामी होगी। उ्हरोंने सवयं तय कर दिया दक इसकी पहली बोली 50 हराररुपयेहोगी।िखेते-िखेतेबोलीलगानेवालरोंमेंहोड़लगगईऔरअधयक्षतामेंएकयोरनासदमदतकागठनभीदकया।1952मेंरब कीमत बढ़ते-बढ़ते न्बे लाख तक पहु्चं गई। तभी हबीब नामक एक पहली बार योरना आयोग का गठन हुआ तो उसकी रड़ नेतारी की इसी नवयवुकउठाऔरउसनेएककरोड़कीबोलीलगािी।परबोलीखतमयोरनासदमदतमेंथी।िशेकेइसमहानसपतूकेयोगिानकासमग्रता नहीं हुई। दकसी और ने एक करोड़ िो लाख की बोली लगा िी। हबीब में मलू यांकन अभी नहीं हुआ ह।ै
ने दरर एक करोड़ तीन लाख की बोली लगाई और कहा दक वह अपनी
िुिांशु रंजन
हुए सवर में नेतारी से कहा ‘मैं अपना धन ही नहीं, िशे की खादतर अपनी रानभीिनेाचाहताहू।ँ’इसकेबिलेउ्हरोंनेिोचीररोंकीमांगकी–एक रोड़ा खािी पोशाक और सवतंत्ता सघं षजा में भाग लेने के दलए काम। सवाभादवक ह,ै नेतारी भी अपने को रोक नहीं पाए। उनकी आखं रों से आसंूछलकपड़े।हबीबकेउतकटिशेप्रेमकीभरूर–भरूरप्रशसंाकरतेहुए उ्हरोंने उ्हेंखादिम ए–दहिं की उपादध से दवभदूषत दकया।
ऐसीहीएकघटनारोगरकाताजा(इडंोनेदशया)कीह।ैएकअदत धनाढ्य दवधवा को पता चला दक नेतारी धन सग्रं ह के दलए आए ह।ैं उसनेकारीरुपयेऔररेवर–गहनेअपनेइकलौटेबेटेकेमारजात दभरवाए। नेतारी ने उसे सवीकार नहीं दकया। उ्हरोंने कहा दक वह मां (उस लड़के की मां) से सवयं दमलेंग।े रब नेतारी उनसे दमले तो उ्हरोंने उस मदहला के चरण छु ए और कहा, ‘माई, तू भारत माता ह।ै मझु े तेरी िौलत नहीं चादहए।’ इस पर उस सत्ी ने पछू ा, ‘तनू े मझु े भारत माता कहा, बतातझु ेकयाचादहए।’इसपरनेतारीनेकहादकवहलड़ाईपररारहे हैंऔररामअकेलायर्ु़ परनहींरासकता।इसदलएउ्हेंउनकाभाई लक्मण चादहए। उस अमीर मां ने अपना इकलौता बेटा नेतारी को सौंप दिया। सवाभादवक रूप से उसकी आखं ें छलछला गई।ं नेतारी ने कहा दकउसेरोकरनहीं,हसंतेहुएबेटािनेाहोगा।तोआसंूकाघटंूपीकर उस सत्ी ने बेटे को सौंपा।
सादहतयकार धमजावीर भारती एक बार रोगरकाताजा गए तो उस मदहला के घर पर भी गए थे। वहां परू ाघर में एक अखबार में छपी रोटो लगी थी। रोटो में उसके बेटे के साथ सभु ाष नरर आ रहे थे। मदहला ने कहा दक सभु ाष उसका बड़ा बेटा था। सगे बेटे को उसने अपना िसू रा बेटा बताया।रबछोटाबेटामारागयातोउसनेसतंोषदकयादकबड़ाबेटा आएगा, लदेकन रब वह भी लापता हो गया तो उसने घर से दनकलना बंि कर दिया।
यरोिन् सहिहत बन्ई
िशेकोआरािकरनेकेसाथ-साथगरीबी,मरुदलसीखतमकरना भीउनकेकायजाकमकाअहमदहससाथा।हररपरुाकांग्रेसकेअधयक्षीय भाषण में उ्हरोंने गरीबी और दवषमता खतम करने पर रोर दिया और इसके दलए योरना आयोग बनाने की बात कही। उ्हरोंने नेहरू की
(टीवी पत्रकार)
 Áअप्रैल 2022 / विशिवा
31











































































   31   32   33   34   35