Page 32 - Vishwa_April_22
P. 32

शोरथादककुछभीसनुाईनहींिेरहाथा। “दररवहाँस्नाटापसरगयाथा।कुछिरे बािगोलीचलने
की आवार– तड़-तड़-तड़ आने लगी। लोग घबड़ाहट में इधर-उधर भागने लगें दकसी तरर से कहीं से ही बाहर दनकलने का रासता नहीं था।दरसतररगलीथी,उधररौरनेमशीनगनलगारखीथी।कुछ लोग िीवार रांिने की कोदशश कर रहे थे। उनकी तरर गोली आती औरवेगंिेनालेमेंईटं कीतरहदगरपड़ते।मनैं ेभीकोदशशकीपर मरेाहाथदरसलरानेसेमैंभीगिं ेनालेमेंदगरगया।मरेेऊपरभी कई परुु ष, दसत्याँ और बचचे दगर पड़े। पर मैं उन सबसे नीचे िबे होने
के कारण बचता रहा। रब सब शांत हो गया तो मैं भी औररों की तरह रान बचाकर वहाँ से भाग आया।”
मनैंेयहअपनेतायारीकेमहँुसेसन्1947मेंभीसनुीथी। उ्हरोंनेमझुेयहघटनामरेेपछूनेपरसनुाईथीरबवेलालदकलेसे आइ. एन. ए.के कैिीके रूपमेंसबसेबािमेंछूटकरआएथे।उ्हें इसदलए रोक दलया गया था कयरोंदक वे डाकटर थे। उ्हें बीमार बादगयरों की िखे भाल सेवा-सश्ु षू ा करनी थी। उन दिनरों मैं ्यारह साल का था।
बड़े होने पर उन खयालरों को एक ग़ज़ल में दपरोने की कोदशश की, रो यहाँ िी गई ह।ै
भारतमलू कीशरेालीरारिानि्ुगलकोनीिरलैंडमेंअमरेरका कीरारितू दनयकुतदकयागयाह।ै
ऑटोररकशाचालकरहेसरवनननेकुमभकोणम(तदमलनाडु)मयेर पि की शपथ ली। लोकतंत् को नमन।
भारतकीसटारबललेबारसमदृतमधंाना‘दककेटरऑफ़िईयर’ घोदषत की गई।
ररंटूथॉमसऔरसदुषमतघोषद्ारादनिददेशत‘राइदटंगदविरायर’में ‘खबर लहररया’ के उतथान की कहानी बयान की गई ह,ै रो िदलत मदहलाओ ं द्ारा दनकाला रा रहा भारत का एकमात् अखबार ह।ै इसे 94वें एके डमी अवाडजा के दलए नादमत दकया गया ह,ै बधाई।
रमशिेपरु कीरेखादमश्िघुटजानामेंएकपाँवगवंानेकेबािभी तरह तरह के दफ़लमी नतृ य सहरता और सरलतापवू जाक कर लेती ह।ैं अपनी दररीदवषा से कदमयरों के पार राने के दलए बधाई और शभुकामनाए।ँ
बधपाई
       30
विशिवा / Áअप्रैल 2022






















































































   30   31   32   33   34