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    प्रक्शि
Vishwa
प्रबनध समप््क
– जिवररी, अप्ररैल, जुल्ई, अकटटूबर
– The International Hindi Association’s quarterly Publication published in January, April, July, October.
– श्रीितरी सुशरील् िोििक्
प्रध्ि समप््क
Chief Editor
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दरूरभाष
– श्री रिेश जोशरी, ओि्यो
– Mr. Ramesh Joshi
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ईमेल – managing.editor@hindi.org
सियोग : -श्रीमतरी रषशम चोपड़ा
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हिश्् के लेखकों से
अंतर्राष्ट्रीय हिंदरी सहिहत की त्रैि्हसक िुख पहत्क्
हडजरीटल िरीहडय् एहडटर
Digital Media Editor
Email Ph. No.
– श्रीितरी अचराि् प्ंड्
– Mrs. Archana Panda, CA
– panda_archana@yahoo.com – 408-307-6645
rashmichopraoct18@gmail.com
 1. एक बार में दो से ज्यादा प्रमिषषटि्याँ न भेजें।
2. रचनाओं में एक पक्री्य, कट्टरतािादरी, अिैज्ञामनक, सांप्रदाम्यक,
रंग-नसलभेदरी, अतामककिक, अनधमिशिासरी, अफिाहरी और प्रचारातमक सामग्री से परहेज करें। सि्तसमािेशरी और िैषशिक मानिरी्य दृषषटि अपनाएँ।
3. अपनरी रचना करी प्ररूफ ररीमडंग करके भेजें| ित्तनरी (Spelling) के मलए हम मजममेदार नहीं होंगे। इससे रचना करी गुणित्ा भरी संदेहासपद हो जातरी है।
4. रचना एरर्यल ्यरूमनकोड MS ्या मंगल फॉणटि (12) में भेजें।
5. पेज पर मसफकि रचना का नाम और रचना हरी मलिें। रचना छपने ला्यक
फॉममेटि में भेजें।
6. रचनाएं एक से अमधक हों तो अलग-अलग word और pdf
document में भेजें।
7. अपने बा्यो डेटिा में डाक का पता, ईमेल, फोन नंबर ज़रूर भेजें। हाँ,
्ये सरूचनाएँ उतनरी हरी छापरी जा्येंगरी मजतना आप चाहेंगे लेमकन हमाररी जानकाररी के मलए ्ये आिश्यक हैं। ्यमद आपकरी पुसतकें प्रकामशत हैं तो उनका मिधा समहत उललेि भरी करें। अपने बा्योडाटिा को word और pdf document में भेजें।
8. अपनरी पासपोटि्ट साइज़ तसिरीर अलग से भेजें। रचना के साथ अप्रकामशत और मौमलक होने का प्रमाणपत्र भरी संलग्न करें।
9. रपटि, रचना, समाचार के साथ के फोटिो 250px तक होनरी चामहए। 10. ‘मिशिा’ के मलए भेजरी गई रचना दो ममहने तक कहीं न भेजें।
11. इंटिरनेटि करी सुमिधा का दुरुप्योग करते हुए एक हरी रचना पचासों
पमत्रकाओं में भेजकर अपनरी और हमाररी प्रमतबद्धता को ससता न बनाएँ। 12. प्रिासरी अपने ्यहाँ करी मकसरी व्यषकतगत उपलष्ध तथा सांसककृमतक, सामहषत्यक और सामामजक हलचलों करी समचत्र-प्रामामणक जानकारर्याँ
उमचत तररीके से भेज सकते हैं।
13. ्यमद छंद का ज्ञान नहीं है तो कोई बात नहीं लेमकन ्यमद छंद में मलिें
तो उसके अनुशासन का परूरा पालन करें।
14. महंदरी से इतर भाषाओं के जरीिन मरूल्यों और मानिरी्य गररमा से संपन्
रचनाओं का अनुिाद भरी भेज सकते हैं। ऐसे में जहाँ मरूल लेिक से
अनुममत आिश्यक हो तो िह भरी संलग्न करें।
15. पुसतक करी समरीक्ा के मलए दो प्रमत्याँ भेजें। हसतमलमित, सकेमनत और
परीडरीऍफ़ िालरी सामग्री का उप्योग हम नहीं कर सकेंगे।
16. मकसरी भरी रचना पर मकसरी प्रकार के मानदे्य का कोई प्रािधान नहीं
है।
रचि्ओं िें वयकत हवच्र लेखकों के अपिे िैं। उिक् अंतर्राष्ट्रीय हिं्री सहिहत करी ररीहत-िरीहत से कोई संबंध ििीं िरै।











































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