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विलम और समाज
व्वमशमा : अपनी जगह तलाशती औरत
वफलम‘थिपपड़’नेघरेलूवहसंाकोसिंेदनरीलिहसकेदा्रेमेंलावद्ा कीिातहैवकपरुुषिादकेसा्ेसेवनकल ह।ै इसमें कोई दो मत नहीं वक वप्ले कु ् सम् से जें्र इश्जू को न वसफ्श रही मवहलाओं का पक्ष भी िॉवलि्ु में समाजमेंअहमजगहवमलीह,ैिवलकिॉवलि्ुमेंभीइनहेंप्रमखुतावमलअिप्रमखुतासेआरहाह।ैसमाजका
वखलाफ, चाहे िह रारीररक हो ्ा आवथि्शक, उनहोंने आिाज उठाई ह।ै भारत में #मी्टू आनदोलन को सिसे ज्ादा ताकत िॉवलि्ु से ही वमली।
िॉवलि्ु में मवहलाओ ं के प्रवत सिं ेदनरीलता िढ़ रही है इसवलए अि ऐसी वफलमें भी िनने लगी ह,ैं वजनमें स्ती का सितंत् और ताकतिर चररत् उभरकर आता ह।ै वप्ले पांच िषयों में ऐसी कई वफलमें आई
  रही ह।ै कु ् समथि्श वनदरपे कों ने समाज में चल रहे विमर्श को वसनेमा में
जगहदकेरस्तीकेसघंष्शकोआगेिढ़ानेकीप्रगवतरीलभवूमकावनभाईह।ै
जावहर ह,ै ्े ्ा्रेक्टर ऐवक्टविस्ट के रोल में भी ह।ैं वफलम जैसे लोकवप्र्
माध्म का उनहोंने एक िड़े सामावजक िदलाि के वलए साथि्शक इसतेमाल
वक्ाह।ैभारती्वसनेमामेंइसतरहकेलोगपहलेभीरहेहैंऔरउनहोंने
सामावजकतबदीलीमेंअहमभवूमकावनभाईह,ै भदेभािकाखलुकरविरोिभीवक्ाह।ैरोषिके
एक िग्श मवहला सरतिीकरि के पक्ष में ह,ैवलहाजास्तीकीआिाजकोवफलमोंमें समथि्शन वमल रहा है और ऐसी वफलमें िॉकस ऑवफस पर भी सफल हो रही ह।ैं िॉवलि्ु के भीतर मवहला कलाकारों ने अपने प्रवत
मुकुल श्ीिासति,
रफलम समीक्षक
 लेवकन मखु ्िारा में ऐसे लोगों की िहुता्त रही है जो समाज में प्रचवलत परुु ष िचस्श ि िाले जीिन मलू ् ही अपनी वफलमों में परोसते रहे ह।ैं उनहें पसदं वकएजानेकाकारि्हहैवकदरक्श ोंकाएकिड़ा तिका उनहीं की तरह सोचता ह।ै
चाहे प्ार का मामला हो ्ा तकरार का, वफलमी
ना्कों के सिं ादों और व्िहार में परुु षिादी रिै्ा
साफवदखतारहाह।ैवफलम‘िड़कन’का्हसिंाद ह,ैंजैसेकहानी,गलुािगैंग,किीन,मदा्शनी,मरैी
 दवेखए–‘मैंतमुहेंभलू जाऊँ्हहोनहींसकताऔर
तमुमझुेभलूजाओ,्हमैंहोनेनहींदगंूा।’्हएक
भािकुतापिू्शसिंादलगताहैवजसमेंप्रेमकीचरम
कीअवभव्वतिह,ैपरअसलमें्हएकिमकी
हैजोप्रेमीअपनीप्रेवमकाकोदेरहाह।ै प्रेमीएक
व्टवपकल परुु ष है जो स्ती पर अपना सिाभाविक
अविकारसमझताह।ैएकलड़कीकीक्ामजाल चकुेलैंवगकभदेभािपरकरारीचो्टकरतीहैऔर जोिहवकसीपरुुषकाप्रेमठुकराद!ेलड़वक्ोंकी‘ना’मेंहीउनकी‘हाँ’ नैवतकता-अनैवतकताकेिंि-ेिंिाएखांचोंपरकु्जरूरीसिालउठाती व्पी रहती ह,ै ्ह वदव् ज्ान भारत के ्िु ाओ ं को ऐसी ही वफलमों से वमला ह।ै
अवमताभिचचनद्ाराइसवफलममेंिोलाग्ा्हसिं ादिहुतजरूरी दजपेकाजीिमानतीह।ैइससोचकीहीपररविवत्थिाथि्शजीिनमेंवकरोरों/सदंरेदतेाह–ै‘‘नो’अपनेआपमेंएकिाक्ह।ैवकसीव्ाख्ा,वकसी
ह,ै वजनके मलू में परुु षिादी सोच हािी रहती ह,ै जो मवहलाओ ं को दो्म
्िु ाओं द्ारा लड़वक्ों का पी्ा करने की घ्टनाओं में होती है वजससे उनका जीना दभू र हो जाता ह।ै
ऐसेहीकु्औरसिंादोंपरनजर्ालें-‘प्ारसेगलेलगजातो रानीिनादगंूा,नहींतोपानीपानीकरदगंूा’(िेताजिादराह)।‘घोड़ीऔर जिान लड़की की लगाम जरा कसके रखनी चावहए’ (ददपे वदल)। ‘लड़की कामॉ्लहो्ागाड़ीका,ितिकेसाथिदोनोंपरुानीहोजातीहैं(खनूभरी मांग)।‘वहने्ूकां्टचजेंदगल्श,चजेंदगल्श’-लड़कीकारिै्ानहींिदल सकते तो लड़की ही िदल दो (चशमे िद्ूर)। ‘प्ार से दे रहे हैं रख लो िरना थिपपड़मारकेभीदेसकतेह’ैं(दिंग)।वप्लेसालआईिहुचवचत्श वफलम ‘किीरवसहं’मेंप्रेमकाऐसाहीपरुुषिादीरूपवदखताह।ैइसमेंना्क अपनेप्रेमकोक्रूरताकीहदतकन्ा्सगंतवदखानेकाप्र्ासकरताहै औरलोगउसकापररिामजानेिगैरतावल्ाँिजाकरउसेसहानभुवूतका पात् िना दते े ह।ैं
उसीवफलमकाएकसिंादह:ै‘तेरेवलएकु्भीकरसकताहूँप्रीवत। अगर तझु में मरे े वलए िैसा पागलपन ह,ै दने ्ू कॉल मी। अदरिाइज, ्ू नो मी।’िड़ेरालीनतरीकेसेनाव्काकोिमकातेहुएना्कितारहाहैवक जोमैंचाहताहूँिहीकरो।ऐसीवफलमेंपरुुषिादकोिढ़ािादतेीह,ैंपरराहत
सपटिीकरि की इसको कोई जरूरत नहीं ह।ै ’ वफलम ‘नीरजा’ भी इस मा्ने में महतिपिू ्श ह।ै 1986 में हाईजैक हुए एक विमान के ्ावत््ों की सरु क्षा के वलएअपनीजानदांिपरलगानेिालीए्रहोस्टेसनीरजाभनो्टकीवज़दंगी परिनीइसवफलमनेवदखा्ावकमवुशकलपररवसथिवतमेंभीएकलड़की कै से अपना आपा नहीं खोती, जिवक परुु ष भ्भीत हो जाते ह।ैं चचा्श प्रा्: विमानपररचाररकाओंकीखिूसरूतीकीहीहोतीह,ैमगरवफलमिताती हैवकएकसदंुरप्रफेरनलचहेरेकेउसपारसझूिझूऔरअपारसाहसभी हो सकता ह।ै
एकमवहलामकुकेिाजकीमवुशकलोंकोदरा्शती‘सालाखड़ूस’, एकमहेनतकरस्तीकेवलएवरक्षाकीजरूरतकोरेखांवकतकरती‘वनल ि्टेसनना्टा’,अपनीिनुेंतलारतीएकमवहलासगंीतकारकीकहानी ‘जगुनी’्ावफरएकमवहलापवुलसअविकारीकीकथिा‘ज्गगंाजल’ भी महतिपिू ्श ह।ैं वप्ले वदनों आई ‘्पाक’ ने एक सनकी की क्रू रता झलेकरभीवहममतनहारनेिालीएकलड़कीकावकससाि्ानवक्ा। ज्ों-ज्ों समाज में औरत की ताकत िढ़ेगी, उसके पक्ष में न वसफ्श ज्ादा वफलमें िनेंगी, िवलक समचू े वफलम जगत का रिै्ा उसके प्रवत सिं ेदनरील होता जाएगा।
कॉम, दम लगा के हईरा, एन एच-10, पीकू , तनु िे््समनुरर्टनस्श,एग्ँीइवं््नगॉ्ेस,वपकं,नीरजा आवद।‘दगंल’जैसीिहुचवचत्शवफलमभीइसीश्िेी मेंरखीजाएगी।‘वपकं’मेंस्तीअवसमताऔरउसकी वनजता के दा्रे से जड़ु े अहम सिाल उठाए गए ह।ैं ्ह वफलम हमारी मानवसकता में गहरी पैठ िना
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विशिवा / Áअप्रैल 2021

































































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